क्या ईरान के तेल भंडारों पर हमला करेगा इजरायल? जानें इसका पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर असर

| Updated: Oct 15, 2024, 01:21 PM IST

Israel Iran War: ईरान द्वारा 1 अक्टूबर को इजरायल पर हमला किया था, जिसके जवाब में अब इजरायल ईरान के परमाणु कार्यक्रम और तेल संयंत्रों को निशाना बना सकता है. आइए जानते हैं इजरायली पीएम में इसे लेकर क्या कहा है. 

Israel Iran Conflict: इजरायल के PM बेंजामिन नेतन्याहू ने हाल ही में ईरान पर संभावित हमले को लेकर अपनी रणनीति साफ की है. नेतन्याहू ने घोषणा किया है कि इजरायल, ईरान के परमाणु कार्यक्रम और तेल संयंत्रों को निशाना नहीं बनाएगा. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि इजरायल के पास ईरान के सैन्य ठिकानों पर हमला करने का विकल्प है और किसी भी समय कार्रवाई की जा सकती है. इजरायल का तेल सयंत्रों पर हमला न करने का कारण  वैश्विक तेल कीमतों पर पड़ने वाला प्रभाव है. यदि इजरायल ईरान के तेल भंडारों पर हमला करता है, तो इससे वैश्विक तेल आपूर्ति में कमी आ सकती है, जिससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें बढ़ने का खतरा है 

5 नवंबर से पहले ईरान पर कर सकता है हमला
रिपोर्ट्स के अनुसार, इजरायल 5 नवंबर से पहले ईरान पर हमले की प्लानिंग बना सकता है. यह कदम ईरान द्वारा 1 अक्टूबर को किए गए हमले के जवाब में उठाया जा सकता है. उस हमले में ईरान ने इजरायल पर 180 से अधिक बैलेस्टिक मिसाइलें दागी थीं, जिनमें से अधिकांश को इजरायल और अमेरिका के एयर डिफेंस सिस्टम ने नष्ट कर दिया था. हालांकि, इसमें कुछ मिसाइलें इजरायल के एंटी-मिसाइल सिस्टम को भेदने में सफल रही थीं, जिससे 2 इजरायली नागरिक घायल भी हुए थे.


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तेल संयंत्रों को निशाना बनाने पर कितनी बढ़ सकती है कीमत 
अगर इजरायल ईरान की तेल संयंत्रों पर हमला करता है तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत बढ़कर 86 डॉलर प्रति बैरल तक हो जाएंगी. इससे पहले आखिरी बार यह जून में हुआ था. इतना ही नहीं यह कीमतें 100 डॉलर तक भी जा सकती हैं. इजरायल ने अभी जवाबी कार्रवाई तो नहीं की है, लेकिन इंटरनेशनल मार्केट ट्रेंड के मुताबिक प्रतिक्रिया देना शुरू कर दिया है. 1 अक्टूबर को हमले से पहले तेल की कीमतें 71 डॉलर प्रति बैरल से थोड़ा ऊपर थीं. 2 अक्टूबर ब्रेंट क्रूड बुधवार को बढ़कर लगभग 76 डॉलर प्रति बैरल तक हो गया. इसके बाद 3 अक्टूबर को, कच्चे तेल की कीमतें 77.62 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया. 

रणनीति की तैयारी हो रही अमेरिका के साथ 
वाशिंगटन पोस्ट के मुताबिक, हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और बेंजामिन नेतन्याहू के बीच बातचीत हुई, जिसमें दोनों नेताओं ने ईरान पर जवाबी हमले के विकल्पों पर बात की. इस चर्चा में बाइडेन ने साफ किया कि अमेरिका, ईरान के परमाणु और तेल संयंत्रों पर हमले का समर्थन नहीं करेगा.

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