डीएनए हिंदी: दुनिया में 8 अरबवें बच्चे का जन्म हो गया है. अब धरती पर रहने वाले लोगों की संख्या (World Population) 8 अरब यानी 800 करोड़ के पार हो चुकी है. सबसे ज्यादा जनसंख्या चीन की है जहां 142.58 करोड़ लोग रहते हैं. वहीं, दूसरे नंबर पर मौजूद भारत की जनसंख्या (Indian Population) लगभग 142.07 करोड़ है. अनुमान है कि अगले एक-दो साल में भारत, चीन को पीछे छोड़ देगा और सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश बन जाएगा. संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के मुताबिक, अगले 15 सालों में दुनिया की जनसंख्या 8 अरब से बढ़कर 9 अरब हो जाएगी.
आंकड़ों की मानें तो इस साल दुनिया भर में लगभग 11.68 करोड़ बच्चों का जन्म हुआ है. वहीं, साल भर में लगभग 5.9 करोड़ लोगों की मौत हुई है. इसका मतलब है कि अब तक दुनिया की जनसंख्या में 5.9 करोड़ की बढ़ोतरी हुई है. संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, दुनिया में जनसंख्या वृद्धि की दर कम हुई है. जनसंख्या वृद्धि दर कम होने की वजह से ही 8 अरब से 9 अरब होने में कुल 15 साल लगेंगे जबकि 7 से 8 अरब होने में 12 साल का ही समय लगा.
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2023 तक भारत में होगी सबसे ज़्यादा जनसंख्या
संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि साल 2080 में दुनिया की आबादी पीक पर पहुंच जाएगी. साल 2100 में दुनिया की जनसंख्या में गिरावट होगी. एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 1950 के बाद अब जनसंख्या सबसे धीमी रफ्तार से बढ़ रही है. इस समय सबसे ज्यादा जनसंख्या एशिया के पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में है. भारत औ चीन में ही लगभग 3 अरब की जनसंख्या मौजूद है.
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साल 2050 में दुनिया की आधी जनसंख्या सिर्फ़ आठ देशों में होगी. ये आठ देश कॉन्गो, मिस्र, इथियोपिया, भारत, नाइजीरिया, पाकिस्तान, फिलीपीन्स और तंजानिया में होगी. संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि हेल्थ सेक्टर में सुधार, टेक्नोलॉजी के विकास और मेडिकल सेक्टर के अडवांस होने से मृत्यु दर में काफी कमी आई है. यही वजह है कि दुनिया की जनसंख्या इतने बड़े स्तर पर पहुंच गई है.
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