Galwan के कायर कमांडर को China ने बनाया Winter Olympics का हीरो, अमेरिका ने फटकारा, कहा- भारत के साथ खड़े हैं

अमेरिका ने कहा है कि जब भारत-चीन सीमा की स्थिति की बात आती है तो हम बातचीत के जरिए विवादों का हल चाहते हैं.

संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) ने कहा है कि चीनी आक्रामकता के खिलाफ अमेरिका भारत के साथ खड़ा है. कई अमेरिकी सांसदों ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के कायर कमांडर को बीजिंग में हो रहे विंटर ओलंपिक्स (Winter Olympics) में ध्वजवाहक बनाने पर आपत्ति जताई है. बीजिंग विंटर ओलंपिक्स में उस कमांडर के हाथों में मशाल थमाई गई है जिसके इशारे पर गलवान घाटी (Galwan Valley) में साल 2020 में भारतीय सैन्य टुकड़ियों पर हमला हुआ था.

'हम सीमा विवाद का चाहते हैं शांतिपूर्ण समाधान'

अमेरिका स्टेट डिपार्टमेंट के प्रवक्ता नेड प्राइस (Ned Price) ने कहा है कि जब भारत और चीन सीमा की स्थिति की बात सामने आती है तो हम शांतिपूर्ण समाधान चाहते हैं. दोनों देशों को सीधे संवादों और बातचीत के जरिए विवादों को सुलझाना चाहिए. नेड प्राइस दरअसल एक प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे.

अमेरिका हमेशा दोस्तों के साथ खड़ा

नेड प्राइस ने कहा कि हमने पहले अपने पड़ोसियों को डराने के लिए बीजिंग के चल रहे प्रयासों के पैटर्न पर अपनी चिंता जाहिर की है. हम हमेशा दोस्तों के साथ खड़े होते हैं. हम हिंद-प्रशांत (Indo-Pacific) में अपनी साझा समृद्धि, सुरक्षा और मूल्यों को आगे बढ़ाने के लिए सहयोगियों के साथ खड़े हैं.

गलवान का गुनाहगार है यह कमांडर

पहले 2 शीर्ष अमेरिकी सीनेटरों (American senators) ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के रेजिमेंटल कमांडर क्यू फबाओ ( Qi Fabao) को विंटर ओलंपिक्स की कमान थमाने पर घेरा था. जून 2020 में पूर्वी लद्दाख की गालवान घाटी में यही कमांडर भारतीय सैनिकों के साथ सीमा झड़प के घायल हो गया था. गलवान का गुनाहगार यह कमांडर खेल का पथ प्रदर्शक बना है जिसका स्पोर्ट्स में कोई योगदान भी नहीं है.

भारत को उकसा रहा है चीन

अमेरिकी सीनेटर मार्को रुबियो (Marco Rubio) ने कहा कि चीन का यह फैसला कूटनीति का अपमानजनक उदाहरण. गलवान में भारतीय सैनिकों के खिलाफ एक्शन लेने वाले इस कमांडर को मशाल थमाना भयावह है. यह भारत को उकसाने वाला है. फ्लोरिडा के सीनेटर ने कहा कि वह भारत के साथ खड़े हैं. एक अन्य ट्वीट में सीनेटर जिम रिश ने भी कहा कि अमेरिका भारत की संप्रभुता का समर्थन करना जारी रखेगा.

भारत की संप्रभुता का समर्थन करेगा अमेरिका

जिम रिश ने कहा कि यह शर्मनाक है कि बीजिंग ने ओलंपिक 2022 के लिए एक ऐसे मशालची को चुना जो 2020 में भारत पर हमला करने वाली सैन्य कमान का हिस्सा है और उइगरों के खिलाफ नरसंहार को लागू कर रहा है. अमेरिका उइगर स्वतंत्रता और भारत की संप्रभुता का समर्थन करना जारी रखेगा. हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी (Nancy Pelosi) ने आरोप लगाया कि यह चीनी सरकार और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का एक प्रयास है कि वह ओलंपिक के चकाचौंध और ग्लैमर का इस्तेमाल एक ऐसे मुखौटो को दिखाने के लिए करे जो चीन में मानवाधिकारों का हनन करता है और दुनिया का ध्यान खींचता है.