जुमे की छुट्टी रद्द, एडल्ट फिल्मों पर भी कम हुई पाबंदी, जानें कैसे बदल रहा UAE

UAE 7 अमीरात देशों से मिलकर बना है. इसकी पहचान खाड़ी देशों की तुलना में उदारवादी देश के तौर पर है. पिछले कुछ समय में पाबंदियों में ढील दी गई है.

संयुक्‍त अरब अमीरात ने फिल्‍मों को लेकर लगाए गए सेंसरशिप को खत्‍म करने का ऐलान किया है. पिछले कुछ वक्त में UAE में कुछ बड़े फैसले लिए गए हैं. खाड़ी देशों के बीच सबसे उदारवादी देश माने जाने वाले इस देश में कई बड़े बदलाव हो रहे हैं. समझें कौन से बदलाव अपनाए जा रहे हैं क्या है वजह.

एडल्ट फिल्मों पर सेंसरशिप में ढील

अब तक यूएई में फिल्‍मों में से एडल्‍ट सीन को काट दिया जाता था. ऐसे सीन को एडिट कर दिया जाता था. यूएई अब सेंसरशिप को हल्का कर दिया गया है. वह अपने मोशन पिक्‍चर कंटेंट के लिए 21+ उम्र सीमा रेटिंग शुरू की है.

बिना शादी किए साथ रहने की अनुमति 

UAE में अब तक बिना शादी किए महिला और पुरुष साथ नहीं रह सकते थे. अब इन नियमों में भी बदलाव किया गया है. इस्लामिक देशों में शराब को लेकर बेहद सख्त प्रतिबंध होते हैं. हाल ही में यूएई ने शराब से जुड़े नियमों और शराब पीने के कानूनों में कुछ ढील दी है. 
 

जुमे को हाफ डे, वीकेंड पर छुट्टी 

1 जनवरी 2022 से यूएई पहला इस्लामिक देश होगा, जहां शुक्रवार को छुट्टी नहीं रहेगी. यूएई में नए साल से 4.5 का वीक होगा. इसके तहत शुक्रवार को हाफ डे होगा और बाकी दुनिया की तरह शनिवार-रविवार की छुट्टी होगी.

खुद को आधुनिक बनाने की कोशिश में UAE

हाल के वर्षों में लगातार अपने नियमों को बदल रहा है. यूएई की कोशिश है कि परंपरागत नियमों को मानने वाले देशों के इस इलाके में आधुनिकता और ज्ञान-विज्ञान की दुनिया में अपनी छवि स्थापित कर सके.

प्रवासियों से बसा है यह इस्लामिक देश

इस वक्त यूएई की आबादी लगभग एक करोड़ है. यहां की लगभग 90 फीसदी आबादी प्रवासियों की है. विशेषज्ञों का कहना है कि यूएई खाड़ी देशों में बढ़ती प्रतिस्‍पर्द्धा को देखकर खुद को नए तौर-तरीकों में ढाल रहा है. यूएई की कोशिश है कि काम के घंटे, माहौल और देश की परिस्थितियां प्रवासियों को लुभाएं.