किसान आंदोलन पर भारत को सीख देने वाले Justin Trudeau ट्रक ड्राइवरों के प्रदर्शन पर कहां छुपे हैं?

कनाडा में ट्रक ड्राइवरों के प्रदर्शन को देखते हुए PM जस्टिन ट्रूडो परिवार सहित किसी सीक्रेट लोकेशन पर हैं. उन्होंने कोविड पॉजिटिव होने की सूचना दी है.

कनाडा में ट्रक ड्राइवरों का प्रदर्शन आज भी जारी है. इस बीच पीएम जस्टिन ट्रूडो परिवार सहित सीक्रेट लोकेशन पर हैं. इस बीच आज उन्होंने कोविड पॉजिटिव होने की सूचना दी है और कहा है कि वह आइसोलेशन में रहते हुए काम करेंगे. प्रदर्शनकारियों ने आज संसद का भी घेराव किया है. कनाडा के पीएम आखिर कहां छुपे हैं?

कनाडा के पीएम हुए कोविड पॉजिटिव

कनाडा के प्रधानमंत्री ने आज ट्विटर पर जानकारी दी है कि आज सुबह कराए टेस्ट में उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. उन्होंने कहा कि वह आइसोलेट रहते हुए काम करेंगे. पिछले सप्ताह ट्रूडो के बच्चों में से एक को कोरोना हो गया था. फिलहाल सुरक्षा कारणों से उन्हें परिवार के साथ सीक्रेट लोकेशन पर रखा गया है.

ट्रक ड्राइवरों ने किया संसद का घेराव

कनाडा के हजारों ट्रक ड्राइवरों ने संसद का घेराव किया है. ट्रक ड्राइवर देश में कोविड वैक्सीन अनिवार्य करने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच ट्रूडो ने आज फिर ट्वीट कर लोगों से वैक्सीन और बूस्टर डोज लगवाने का आग्रह किया है.

किसानों पर नसीहत, अपने देश के प्रदर्शनकारियों को कहा अराजक

ट्रक ड्राइवरों के प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए ट्रूडो ने प्रदर्शनकारियों को मुट्ठी भर अराजकों का झुंड कहा है. बता दें कि किसानों के विरोध के वक्त जस्टिन ट्रूडो ने प्रदर्शनकारी किसानों का समर्थन किया था. उन्होंने भारत में हो रहे प्रदर्शन की खबरों को चिंताजनक करार दिया था.

प्रदर्शनकारियों ने ट्रूडो को दी भद्दी गालियां

कुछ प्रदर्शनकारियों ने जस्टिन ट्रूडो के लिए अपशब्दों का भी इस्तेमाल किया है. प्रदर्शन के दौरान हिटलर की नाजी सेना के प्रतीक स्वास्तिक को भी लहराया है. कनाडा में इतने व्यापक स्तर पर हो रहे प्रदर्शन दुनिया भर के लिए चिंता की बात है. वैक्सीन और अनिवार्य मास्क के प्रति अब कई यूरोपीय देशों में भी विरोध होने लगा है. स्पेन, आयरलैंड समेत कई देशों ने अनिवार्य वैक्सीन की पाबंदी भी हटा दी है.

प्रदर्शनकारियों पर संसद ले सकती है फैसला

कनाडा की संसद सोमवार से विंटर ब्रेक के बाद दोबारा कामकाज के रूटीन में लौट रही है. माना जा रहा है कि देशव्यापी प्रदर्शनों को देखकर जल्द ही संसद की ओर से कोई फैसला लिया जा सकता है.