China Missile Test: 17 मिनट में बीजिंग से दिल्ली पर बम गिरा सकती है चीन की ये मिसाइल, 44 साल बाद किया है दोबारा टेस्ट

China ICBM DF41 Missile Test: चीन ने अपनी मिसाइल का फुल रेंज टेस्ट प्रशांत महासागर में किया है, जो चीन से उड़ने के बाद करीब 12,000 किलोमीटर दूर ऑस्ट्रेलिया तक जाकर गिरी है.

China ICBM DF41 Missile Test: दक्षिण चीन सागर से लेकर प्रशांत महासागर तक, लगातार दूसरे देशों के साथ विवाद में उलझ रहे चीन ने अपनी ताकत का नमूना पूरी दुनिया को दिखाया है. चीन ने अपनी इंटरकॉन्टिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल (ICBM) DF-41 का फुल रेंज टेस्ट किया है, जो पूरी तरह सफल रहा है. इससे पहले चीन ने आखिरी बार करीब 44 साल पहले अपनी इस मिसाइल का फुल रेंज टेस्ट किया था. इस बार किए गए टेस्ट में DF-41 मिसाइल चीन से उड़ने के बाद करीब 12,000 किलोमीटर दूर प्रशांत महासागर में ऑस्ट्रेलिया के पास कहीं गिरी है. इससे अमेरिका तक भी चीनी मिसाइलों की सीधी पहुंच साबित हो गई है. साथ ही भारत के लिए भी यह मिसाइल बड़ा खतरा बनकर उभरी है, क्योंकि अपनी मौजूदा गति से यह मिसाइल बीजिंग से शूट होने के बाद महज 17 मिनट में दिल्ली तक पहुंच सकती है.

एक बार में 15,000 किलोमीटर दूरी तक टारगेट कर सकती है हिट

चीन अपने हथियारों के बारे में ज्यादा जानकारी शेयर नहीं करता है, लेकिन कई डिफेंस वेबसाइट्स का दावा है कि ICBM DF-41 उड़ान भरने के बाद 12 से 15,000 किलोमीटर की दूरी तक टारगेट को हिट कर सकती है. इसके चलते इस मिसाइल के जरिये चीन अपने घर में बैठकर अमेरिका तक के कई अहम शहरों तक को निशाना बना सकती है.

1980 के बाद पहली बार किया है टेस्ट

चीन ने अपनी ICBM मिसाइल डोन्गफेंग-41 का आखिरी बार फुल रेंज टेस्ट करीब 44 साल पहले किया था. तब चीन के मई 1980 में किए गए फुल रेंज टेस्ट में इस मिसाइल ने 9,000 किलोमीटर की दूरी तय की थी. अब इतने साल बाद चीन ने फिर से इस मिसाइल की फुल रेंज को आंका है. अभी तक चीन की तरफ से ऐसा कोई बयान नहीं आया है कि उसने पुरानी मिसाइल को ही टेस्ट किया है या उसे अपडेट करते हुए कोई नया वेरिएंट बनाकर उसका टेस्ट किया गया है. लेकिन इस बार मिसाइल के 12,000 किलोमीटर दूरी तक पहुंचने के कारण माना जा रहा है कि इसमें कुछ अपडेट्स किए गए हैं.

मिसाइल का एटमॉस्फियरिक टेस्ट भी किया है चीन ने

चीन ने अपनी ICBM का महज फुल रेंज टेस्ट ही नहीं किया है बल्कि उसका एटमॉस्फियरिक टेस्ट भी किया है. इस टेस्ट का मतलब होता है कि मिसाइल पहले पृथ्वी की कक्षा से बाहर एक तय ऊंचाई तक जाती है और फिर अपने टारगेट की दिशा में खास एंगल बनाकर सीधे उसे हिट करती है. इससे मिसाइल ज्यादा दूरी तय करती है.

इन देशों को बताया गया था टेस्ट के बारे में

चीन ने इस मिसाइल को टेस्ट करने से पहले उन सभी देशों को इसके बारे में बताया था. इन देशों में सोलोमन आईलैंड, गिल्बर्ट, नाउरू, तुवालू, वेस्ट समोआ, फिजी और न्यू हेब्रिड्स शामिल थे. हालांकि इन्हें मिसाइल का ट्रैक नहीं बताया गया था. इन्हें पार करने के बाद मिसाइल ऑस्ट्रेलिया के पास तय टारगेट पर गिरने का दावा किया गया है.

31,000 किलोमीटर की रफ्तार से भरती है उड़ान

दावा है कि ICBM DF-41 मिसाइल आवाज से 25 गुना तेज गति से उड़ान भरती है. इसकी अधिकतम गति 31,425 किलोमीटर प्रति घंटा होने का दावा किया जाता है. इसकी रेंज 12,000 से 15,000 किलोमीटर तक बताई गई है. बीजिंग से नई दिल्ली महज 5,576 किलोमीटर दूर है. इसकी गति के हिसाब से देखा जाए तो यह हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल महज 17 मिनट में बीजिंग से दिल्ली पहुंच सकती है.

एक बार में 3-4 टारगेट कर सकती है हिट

साल 2017 में चीनी सेना में शामिल की गई DF-41 मिसाइल एक स्ट्रेटेजिक परमाणु मिसाइल बताई जाती है. करीब 80,000 किलोग्राम वजन वाली इस मिसाइल की लंबाई 72 फीट और गोलाई 7.5 फीट है. इस मिसाइल में MIRV तकनीक है यानी एक बार में 3-4 टारगेट को एकसाथ निशाना बनाया जा सकता है. यह करीब 250 किलोटन वजन ले जाने में सक्षम है यानी इस पर एक साथ 8 वॉरहेड लगाए जा सकते हैं. इस मिसाइल को साइलो, रोड मोबाइल ट्रांसपोर्टर इरेक्टर लॉन्चर या रेल मोबाइल के जरिए लॉन्च किया जाता है.