Omicron की वजह से फीका रहा Christmas का जश्न, Pope Francis ने मांगी ये दुआ

Omicron पूरी दुनिया में पांव पसार रहा है. वायरस के बढ़ते असर के बीच दुनियाभर में क्रिसमस मानाया गया लेकिन वायरस ने जश्न को फीका कर दिया.

कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) के बढ़ते मामलों ने कई देशों की चिंता बढ़ा दी है. यही वजह है कि क्रिसमस (Christmas Day) पर भी इस वेरिएंट का असर पड़ा. शनिवार को दुनियाभर में क्रिसमस मानाया गया लेकिन पहले की तरह रौनक नजर नहीं आई. अधिकांश देशों ने अभी से कोविड (Covid) प्रोटोकॉल को सख्ती से लागू कर दिया है.

Pope Francis ने Vaccine पर क्या की दुनिया से अपील?

पोप फ्रांसिस (Pope Francis) ने कहा कि गरीब देशों के वैक्सीनेशन अभियान पर चिंता जताई है. उन्होंने कहा है कि गरीब लोगों तक कोरोना वैक्सीन (Vaccine) पहुंचने की दुआ की जानी चाहिए. दरअसल कई अमीर देशों की 90 फीसदी आबादी को वैक्सीन लग चुकी है, वहीं अफ्रीकी देशों में वैक्सीनेशन 10 प्रतिशत तक नहीं पहुंच सकता है. अफ्रीका में अब तक केवल 8.9 प्रतिशत लोगों को ही टीके की दोनों डोज लगी हैं. यह सबसे खराब औसत है.

इटली में कैसा रहा क्रिसमस का जश्न?

इटली में इस हफ्ते कोविड-19 के मामलों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी के बीच, पोप फ्रांसिस के क्रिसमिस के मौके पर होने वाले वार्षिक संबोधन के लिए सेंट पीटर स्क्वायर पर चंद हजार लोग ही जुटे. आमतौर पर हजारों लोगों की भीड़ उन्हें सुनने आती थी। पिछले साल क्रिसमिस के मौके पर इटली में लॉकडाउन लगा हुआ था. इस वजह से फ्रांसिस को अपना संबोधन टीवी के माध्यम से देना पड़ा था. वहां भी जश्न इस बार फीका ही रहा.

किन देशों कितनी पाबंदियां?

दक्षिण कोरिया में कोरोना (Corona) प्रोटोकॉल की वजह से चर्चों की कुल क्षमता के मुकाबले 70 प्रतिशत कम श्रद्धालु ही प्रार्थना में शामिल हो सके. ब्रिटेन में भी कोरोना का साए में क्रिसमस बीता. अमेरिका में भी यही हाल रहा. दुनिया के ज्यादातर देश ओमिक्रॉन की वजह से बड़े सामूहिक आयोजनों को टाल रहे हैं.
 

भारत में कैसा रहा Christmas Celebration?

देश में भी क्रिसमस सेलिब्रेशन पर ओमिक्रॉन की मार नजर आई. हालांकि कोविड नियमों के पालन के साथ कई जगहों पर सीमित संख्या में लोगों को आने की इजाजत दी गई थी. क्रिसमस और सांता क्‍लॉज के गिफ्ट का क्रेज वैसे तो बड़े स्तर पर होता है लेकिन क्रिसमस पर यह रंग बेरंग नजर आया. केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, मिजोरम, कर्नाटक, बिहार, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, झारखंड और पंजाब में भी ओमिक्रॉन के मामले हैं. ऐसे में इन जगहों पर भी कोविड नियमों के साथ ही क्रिसमस मनाया. हालांकि पहले की तरह धूम इन जगहों पर नहीं दिखी.
 

ओमिक्रॉन पर क्या कर रही है सरकार?

देश में ओमिक्रॉन के मामले अब 415 तक पहुंच गए हैं. वायरस 17 राज्यों तक पहुंच गया है. इस नए संकट का खतरा सबसे ज्यादा दिल्ली, महाराष्ट्र और गुजरात में हैं. ऐसे में क्रिसमिस और न्यू ईयर के जश्न पर इस संक्रमण ने ब्रेक लगा दिया है. कई राज्यों में नाइट कर्फ्यू समेत कई सख्त पांबदिया का दौरा लौट आया है. केंद्र सरकार ने ऐसे 10 राज्यों की सूची तैयार की है, जहां कोरोना टीकाकरण की रफ्तार धीमी है. वहां अतिरिक्त टीमें भेजकर काम किया जाएगा. जैसी पाबंदियां क्रिसमस पर थीं, वैसी ही पाबंदी नए साल के जश्न पर देखने को मिल सकती है.