शाहीनबाग में सीज हुआ 400 करोड़ रुपये का ड्रग, क्या है Taliban कनेक्शन?

शाहीनबाग में सीज हुए ड्रग्स के तार ताबिलान से जुड़े हो सकते हैं. नार्को रैकेट की पड़ताल में जांच एंजेसियां जुट गई हैं.

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) का ड्रग तस्करों के खिलाफ एक्शन जारी है. जांच एजेंसी ने 29 अप्रैल को दिल्ली के शाहीन बाग (Shaheen Bagh) इलाके में एक ड्रग स्मगलिंग रैकेट का भंडाफोड़ किया है जिसके तालिबान (Taliban) से संबंध हो सकते हैं. जब्त किए ड्रग की बाजार में कीमत 400 करोड़ रुपये है.

कहां छिपा है ड्रग का मास्टमाइंड?

अब तक सामने आई जानकारी के मुताबिक इस ड्रग रैकेट का मास्टरमाइंड फिलहाल दुबई (Dubai) में ठहरा हुआ है. NCB ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें दो अफगानिस्तान के नागरिक हैं.आशंका जताई जा रही है कि यह नार्को-टेररिज्म का मामला हो सकता है.

क्या-क्या हुआ है बरामद?

छापेमारी में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने 50 किलोग्राम हेरोइन (Heroin) और 47 किलोग्राम संदिग्ध ड्रग (Intoxicated Element) जब्त किया है. एनसीबी ने दावा किया है कि शाहीन बाग से एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट ऑपरेट किया जा रहा था जिसके तार तालिबान से जुड़े हैं. वही तालिबान जिसे दुनिया ने कट्टर इस्लामी समूह का दर्जा दिया है. तालिबानी ही अफगानिस्तान की सत्ता संभाल रहे हैं. 

जारी है NCB की पड़ताल

NCB ने खुफिया इनपुट मिलने के बाद शहीनबाग स्थित एक घर पर छापा मारा. एनसीबी की टीम ने घटनास्थल से 30 लाख रुपये नकद और नकदी गिनने की मशीन जब्त की है. कैश-काउंटिंग मशीन की जब्ती इस बात का इशारा कर रही है कि मौके पर अवैध व्यापार को चलाया जा रहा था. यहां से बेहिसाब लेन-देन की जा रही थी.

कहां रह रहे तस्कर?

एनसीबी के मुताबिक ड्रग्स की तस्करी दिल्ली से अफगानिस्तान के बीच ही की गई है. इतना ही नहीं अफगानिस्तान के ड्रग तस्कर दिल्ली से ही धंधा चला रहे थे. आरोपी दिल्ली के जामिया नगर में किराए पर रह रहे थे. 
 

ड्रग रैकेट का बढ़ रहा है कारोबार

NCB की जांच में यह सामने आया है कि वे न केवल सप्लायर थे, बल्कि ड्रग का प्रोडक्शन भी कर रहे थे. बड़ी मात्रा में नशीली दवाओं की जब्ती किसी भी राष्ट्र की सुरक्षा और अर्थव्यवस्था के लिए खतरा है. एनसीबी अब मामले की गहन जांच कर रही है.