Finland Underground City: फिनलैंड का कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा रूस, जमीन के नीचे बसा यह शहर बचाएगा जान

फिनलैंड और स्वीडन के NATO में शामिल होने का ऐलान करते ही रूस ने धमकी दी है कि वह यूक्रेन की तरह ही इन दोनों देशों के खिलाफ भी सैन्य कार्रवाई करेगा.

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: May 17, 2022, 08:49 AM IST

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हेलसिन्की में इतने बड़े पैमाने पर जमीन के नीचे शहर बसाने का काम 1980 के आसपास शुरू हुआ. अब हेलसिन्किी में जमीन के नीचे लगभग एक करोड़ वर्ग मीटर में फैला हुआ एक आधुनिक शहर मौजूद है. कहा जाता है कि युद्ध और परमाणु हमलों के समय भी यह शहर जमीन के ऊपर रह रहे सभी लोगों को जमीन के नीचे छिपा सकता है. 
 

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जमीन के नीचे बसे इस शहर में हर तरह की सुविधाएं मौजूद हैं. प्रेयर के लिए चर्च, आर्ट म्यूजियम, स्वीमिंग पूल, दुकानें, कार्टिंक ट्रैक, पार्किंग जैसी तमाम आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं. इसके अलावा पानी स्टोर करने के लिए 40 मीटर गहरा जलाशय भी मौजूद है. जिसमें लोगों के इस्तेमाल के लिए कई दिनों का पानी इकट्ठा किया जा सकता है.
 

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इस शहर में ट्रेन की सुविधा भी जमीन के नीचे मौजूद है. शहर की रिंग रेल लाइन हेलसिन्की एयरपोर्ट को अवियाोलिस कमर्शियल डिस्ट्रिक्ट को जोड़ती है. 18 किलोमीटर लंबी यह रेलवे लाइन साल 2015 में शुरू हुई थी. आपात स्थिति या युद्ध के हालात में यह ट्रेन सेवा लोगों के आवागमन को आसान बना सकती है. यूक्रेन में देखा गया था कि रूस ने रेलवे लाइन को निशाना बनाया था.
 

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हेलसिन्की शहर के नीचे काफी गहराई में लगभग 5000 बंकर मौजूद हैं. पूरे फिनलैंड की बात की जाए तो लगभग 50000 बंकर मौजूद हैं. एक निश्चित आकार से बड़ी सभी इमारतों के लिए ज़रूरी है कि वे जमीन के नीचे अपना बंकर बनाएं. फिनलैंड के लोगों को काफी समय से लगता है कि रूस आज नहीं तो कल फिनलैंड पर हमला ज़रूर करेगा, इसलिए फिनलैंड ने हमेशा से खुद को तैयार रखा है.

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फिनलैंड प्रशासन ने इन्हीं में से कुछ बंकरों को लोगों के इस्तेमाल के लिए हमेशा से खोल रखा है. लोग यहां स्वीमिंग करने, चर्च में प्रेयर करने और बाकी गतिविधियों के लिए हमेशा आते रहते हैं. इसके अलावा कार्टिंग ट्रैक, स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और बाकी सुविधाएं भी जमीन के नीचे ही मौजूद हैं. 

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इन बंकरों को बनाने और उन्हें सुविधाओं से लैस रखने का काम फिनलैंड में लगभग पांच दशकों से चल रहा है. हालांकि, यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद फिनलैंड भी चौकन्ना हो गया है. फिनलैंड में नाटो में शामिल होने की मांग भी तेज हो गई है और रूस ने हमले की चेतावनी भी दी है. इसलिए फिनलैंड के लोग खुद को ऐसे हमलों के लिए तैयार कर रहे हैं. कहा जा रहा है कि अगर फिनलैंड पर हमला होता है तो वह रूस को मुंहतोड़ जवाब देने के साथ-साथ अपने लोगों को सुरक्षित रखने में भी कामयाब रहेगा.