इमरान खान पाकिस्तान की सत्ता में भ्रष्टाचार खत्म करने और नया पाकिस्तान बनाने का वादा लेकर आए थे. अब उन पर ही महंगे गिफ्ट रखने के आरोप लग रहे हैं.
नया पाकिस्तान बनाने का वादा करने वाले इमरान अक्सर ही नवाज शरीफ और उनकी पार्टी पर भ्रष्टाचार और लूट के आरोप लगाते हैं. हालांकि, पाकिस्तान की सत्ता से बेदखल होने के बाद से उन पर लगातार भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं. पूर्व पाक पीएम पर आरोप है कि बतौर प्रधानमंत्री मिले महंगे उपहारों को उन्होंने सरकारी खजाने में जमा नहीं कराया है. पूर्व पाक पीएम पर 140 मिलियन कीमत के 58 महंगे गिफ्ट सरकारी खजाने में जमा कराने के बजाय निजी तौर पर रखने का आरोप है.
विदेशी दौरे पर मिले महंगे गिफ्ट रखने का आरोप
इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी पर आरोप है कि दोनों ने विदेशी दौरों पर मिले महंगे तोहफे खुद रख लिए थे. सरकारी नियमों के अनुसार, इन तोहफों को सरकारी खजाने में जमा कराना होता है. फैक्ट फोकस की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इमरान खान ने सोने के पेन, रॉलेक्स घड़ियां और हीरे की अंगूठी जैसे करोड़ों के तोहफे सरकारी कोश में जमा नहीं कराया था.
सऊदी के क्राउन प्रिंस ने दी थी महंगी घड़ी
इमरान खान पर आरोप है कि सऊदी के क्राउन प्रिंस से मिली घड़ी के बदले इमरान ने पैसे नहीं चुकाए थे. पाकिस्तान सरकार ने इसकी कीमत आठ करोड़ 50 लाख रुपये बताई थी. इस घड़ी को सऊदी क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान ने 18 सितंबर 2018 को इमरान खान को दिया था. इमरान खान ने इस घड़ी के बदले सरकारी कोष में सिर्फ एक करोड़ 70 लाख रुपये ही जमा करवाए थे.
टैक्स अधिकारियों से छुपाए कीमती गिफ्ट
फैक्ट फोकस ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि विदेशी दौरों पर मिलने वाले कीमती उपहारों की जानकारी इमरान खान ने पाकिस्तान के टैक्स अधिकारियों को नहीं दी थी. सऊदी के क्राउन प्रिंस से उपहार में मिली इस कीमती घड़ी को पूर्व पाक पीएम ने 3 साल तक छुपाया था. इसके बाद वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए अपने टैक्स रिटर्न में इस घड़ी की जानकारी साझा की थी. पाकिस्तान में इस मुद्दे पर इतना बवाल हुआ कि मामला कोर्ट में चला गया था. सरकार ने उस वक्त विदेशी दौरों पर मिले उपहारों की जानकारी साझा करने से इनकार कर इसे गोपनीय बताया था.
पाकिस्तान में महंगे उपहारों के लिए है कानून
पाकिस्तान के गिफ्ट डिपॉजिटरी नियमों के अनुसार, कोई भी राष्ट्राध्यक्ष या प्रमुख 10,000 रुपये से कम मूल्य के उपहारों को ही अपने पास रख सकते हैं. इससे ज्यादा धनराशि के उपहार तब तक देश की संपत्ति रहेंगे जब तक कि उन्हें खुली नीलामी में नहीं बेचा जाता है. पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी भी विदेशों से मिले गिफ्टों के गबन मामले को लेकर चर्चा में रहे हैं.
सऊदी के शाही परिवार से मिले महंगे गिफ्ट
इमरान खान को सबसे महंगे गिफ्ट सऊदी अरब के शाही परिवार की ओर से मिले थे. जनवरी 2019 में सऊदी अरब के प्रिंस फहद बिन सुल्तान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद पाकिस्तान दौरे पर आए थे. उन्होंने इस्लामाबाद में इमरान खान से मुलाकात के दौरान सोने से बनी एके-47 गिफ्ट के तौर पर दी थी. इमरान खान ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर इसकी तस्वीरें भी शेयर की थीं. डॉन अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2018 में इमरान खान को सऊदी अरब दौरे पर बेशकीमती गिफ्ट मिले थे. इनमें 4850000 पाकिस्तानी रुपये की एक रोलेक्स घड़ी, महंगे पत्थरों और सोने का पेन (950000 पाकिस्तानी रुपये), सोने की कफलिंक (135000 पाकिस्तानी रुपये), एक माला (205000 पाकिस्तानी रुपये) और एक सोने की अंगूठी (210000 पाकिस्तानी रुपये) मिली थी.