भारतीय वैज्ञानिकों ने खोज लिया बृहस्पति से भी बड़ा ग्रह, जानें कैसे?

भारतीय वैज्ञानिकों ने सौरमंडल से बाहर एक ऐसे ग्रह की खोज की है जो बृहस्पति ग्रह से भी बड़ा है. यह एक तारे की परिक्रमा करता है.

| Updated: Nov 24, 2021, 06:19 PM IST

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भारतीय वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक और कामयाबी हासिल की है. अहमदाबाद स्थित फिजिकल रिसर्च लेबोरेटरी (PRL) के वैज्ञानिकों ने सौरमंडल से बाहर एक ऐसे ग्रह की खोज की है कि जो आकार में बृहस्पति ग्रह (Jupiter) से भी बड़ा है. यह ग्रह सूर्य से 1.5 गुणा बड़े एक तारे की परिक्रमा करता है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (ISRO) के मुताबिक धरती से इस तारे की दूरी 725 प्रकाश वर्ष है.

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वैज्ञानिकों ने इस खोज के लिए पीआरएल एडवांस्ड रेडियल-वेलोसिटी अबू-स्काई सर्च (PARAS) के ऑप्टिकल फाइबर-फेड स्पेक्ट्रोग्राफ का इस्तेमाल किया था. यह भारत में अपनी तरह का अनोखा प्रयोग है. फिजिकल रिसर्च लेबोरेटरी का यह 1.2 मीटर टेलीस्कोप  माउंट आबू ऑब्जर्वेटरी में स्थित है.

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पीआरएल एडवांस्ड रेडियल-वेलोसिटी अबू-स्काई सर्च किसी भी सौरमंडल के बाहर के ग्रह का द्रव्यमान नाप सकता है. सौरमंडल से बार मिले इस ग्रह का भार बृहस्पति से 70 फीसदी ज्यादा और आकार 1.4 गुणा ज्यादा है. 

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अहमदाबाद स्थित फिजिकल रिसर्च लेबोरेटरी ने इस ग्रह पर अध्ययन दिसंबर 2020 से लेकर मार्च 2021 तक किया था. इस स्टडी का फॉलो-अप जर्मनी के टीसीईएस स्पेक्ट्रोग्राफ से लिया गया था. माउंट आबू में पीआरएल के 43 सेंटीमीटर के टेलीस्कोप से निकले फोटोमेट्रिक ऑब्जरवेशन पर का भी अध्ययन किया गया था.

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हेनरी ड्रापर कैटलॉग के मुताबिक सौरमंडल के बाहर मिले इस तारे का नाम एचडी 82139 है. टीईएसएस कैटलॉग के मुताबिक इस ग्रह का नाम टीओआई 1789 रखा गया है. इंटरनेशनल  एस्ट्रोनॉमिकल यूनियन (IAU) के नॉमिनी कल्चर ने इसे एचडी 82139बी का नाम दिया है.

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प्रोफेसर अभिजीत चक्रवर्ती ने वैज्ञानिकों की इस टीम को लीड किया है. टीम में कुछ छात्र वैज्ञानिक, अमेरिका और यूरोप के कुछ वैज्ञानिक भी जुड़े थे. सौरमंडल के बाहर मिला यह सोलर तारा-ग्रह अनोखा है. यह ग्रह अपने तारे की परिक्रमा महज 3.2 दिनों में पूरी कर लेता है. अब तक सौरमंडल से बाहर केवल 10 ऐसे तारा-ग्रह सिस्टम मौजूद हैं जिनमें दोनों के बीच इतनी कम दूरी है. तारे से नजदीकी की वजह से यह ग्रह बेहद गर्म है. ग्रह का तापमान 2000 केल्विन तक हो सकता है. ऐसे तारे और ग्रहों के बारे में जानकारी अंतरिक्ष अनुसंधान की दिशा में बड़ी पहल है. सौरमंडल के बाहर यह दूसरा ग्रह ऐसा है जिसे पीआरएल ने खोजा है. सौरमंडल से बाहर पहले ऑब्जेक्ट के2-236बी खोजा गया था, जो करीब 600 प्रकाश वर्ष दूर है. इसे साल 2018 में खोजा गया था.