Kabul School Blast में 20 की मौत, तस्वीरों में देखें दहशत और गम का माहौल

काबुल के स्कूल और ट्रेनिंग सेंटर पर हुए आत्मघाती हमले में अब तक 20 बच्चों की मौत की खबर आ रही है. हमले के वक्त स्कूल में बच्चों की क्लास चल रहे हैं.

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के दश्त-ए-बर्ची इलाके में ट्रेनिंग सेंटर और स्कूल पर हमला हुआ है. हमला शिया समुदाय को निशाना बनाकर किया गया है. इस हमले में 20 बच्चों की मौत की खबर आ रही है. सूत्रों का कहना है कि अब्दुर रहीम शाहिद हाई स्कूल पर 3 से 5 आत्मघाती हमलावरों ने हमला किया. उनमें से दो ने बम विस्फोट किए हैं. जिस वक्त धमाका हुआ उस दौरान कई छात्र क्लास के अंदर थे. देखें हमले के बाद दहशत की तस्वीरें.

घटना की जांच शुरू कर दी गई है

काबुल के पश्चिम में मुमताज ट्रेनिंग सेंटर के पास विस्फोट हुआ है. हमले में कई लोग घायल हो गए हैं. आंतरिक मंत्रालय ने अब्दुर रहीम शाहिद हाई स्कूल के पास विस्फोट की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि घटना की जांच शुरू कर दी गई है और विवरण बाद में साझा किया जाएगा. प्रत्यक्षदर्शियों ने मीडिया को बताया कि विस्फोटों में कई छात्र मारे गए हैं.
 

शिया समुदाय के लोगों को निशाना बनाया गया 

काबुल प्रशासन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि हमला खास तौर पर शिया समुदाय को निशाना बनाकर किया गया है. काबुल पुलिस का कहना है कि विस्फोट अब्दुल रहीम शाहिद हाई स्कूल में हुए और हमारे शिया भाइयों को निशाना बनाया गया है. बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब अफगानिस्तान में शिया समुदाय पर हमला किया गया हो. अक्सर ही वहां अल्पसंख्यक शियाओं को हमलों का सामना करना पड़ता है. 
 

हमले की जिम्मेदारी किसी संगठन ने नहीं ली 

अफगानिस्तान के एक पत्रकार के मुताबिक, काबुल के एक स्कूल में आत्मघाती हमलावर ने हमला किया है.विस्फोट अब्दुर रहीम शाहिद स्कूल के बाहर जाने के रास्ते पर किया गया था. उस वक्त वहां कुछ शिक्षक और छात्र मौजूद थे. हमले की जिम्मेदारी अब तक किसी भी संगठन ने नहीं ली है.

पहले भी काबुल में स्कूलों पर हो चुका है हमला 

अफगानिस्तान में स्कूलों को निशाना बनाने की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं. 8 मई 2021 को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के सैयद उल-शुहदा हाई स्कूल के पास हुए धमाके में करीब 90 लोगों की मौत हुई थी. इस धमाके में मरने वालों में ज्यादातर लड़किया थीं. अफगानिस्तान से सटे पेशावर के आर्मी स्कूल में 16 दिसंबर 2014 को पाकिस्तान के पेशावर में आर्मी स्कूल पर तालिबानी आतंकियों ने हमला किया था. इस हमले में 132 छात्र मारे गए थे.
 

इस्लामिक स्टेट पर हमले का शक

अफगानिस्तान की तालिबान में वापसी के साथ ही इस्लामिक स्टेट की गतिविधियां बढ़ गई है. आतंकी संगठन खास तौर पर शिया बहुल आबादी को निशाना बनाता है. शिया मुस्लिमों की मस्जिदों पर भी हमले की कुछ घटनाएं हुई हैं.