Russia-Ukraine War: मां थी फैक्ट्री मजदूर, पत्नी से हो गए थे अलग, ऐसी रही है Vladimir Putin की निजी जिंदगी

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दुनिया से अपनी ताकत का लोहा मनवाना चाहते हैं. इसके लिए उन्होंने तीसरे विश्व युद्ध जैसे हालात पैदा कर दिए हैं.

बीते चार दिन से रूस और यूक्रेन में युद्ध चल रहा है. अब यह युद्ध काफी आगे बढ़ गया है. इस सबके बीच अमेरिका और तमाम पश्चिमी देश यूक्रेन को बाहर से तो समर्थन कर रहे हैं लेकिन मौके पर कोई मदद नहीं पहुंच पा रही है. वहीं रूस अपनी सैन्य ताकत के साथ अकेला पूरी दुनिया को धमकाने की मुद्रा में यूक्रेन पर हमले किए जा रहा है. आखिर रूस के साथ ऐसी कौन सी ताकत है, जो वह दुनिया के ताकतवर देशों से मुकाबला करने खड़ा है? कौन है वह शख्स जो हर कीमत पर जीत और अपनी जिद चाहता है. जवाब है- रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन.

सोवियत नेवी में काम करते थे पिता


रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का जन्म 7 अक्टूबर 1952 को सोवियत संघ के लेनिनग्राड में हुआ था. इसे अब सेंट पीटर्सबर्ग कहा जाता है. बताया जाता है कि पुतिन की मां एक फैक्टरी में काम करती थीं और पिता सोवियत नेवी में कार्यरत थे.

Credit: Kremlin.ru // CC BY 4.0

कानून की पढ़ाई


सितंबर 1960 में पुतिन ने अपने घर के पास के ही एक स्कूल से पढ़ाई शुरू की. इसके बाद उन्होंने सेंट पीटर्सबर्ग स्टेट यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की. 

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16 साल जासूस के तौर पर नौकरी


1975 में पुतिन ने सोवियत संघ की खुफिया एजेंसी KGB को ज्वॉइन किया.करीब 16 सालों तक जासूस का काम करने के बाद पुतिन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और राजनीति में आ गए. 

बन गए बोरिस येल्तसिन के करीबी


1996 में पुतिन मॉस्को आ गए और तत्कालीन राष्ट्रपति बोरिस येल्तसिन की सरकार में फेडरल सिक्योरिटी सर्विस के डायरेक्टर बन गए. इस दौरान वह बोरिस के काफी करीबी भी बन गए. 1999 में बोरिस ने पुतिन को प्रधानमंत्री भी बना दिया. 

1983 में हुई शादी


सन् 1983 में पुतिन ने ल्यूडमिला (Lyudmila) से शादी की. अक्सर मीडिया में ऐसी खबरें भी आईं कि पुतिन के अक्सर अपने काम में व्यस्त होने की वजह से दोनों के बीच काफी अलगाव भी रहा. दोनों के अलग होने की बात भी कही जाती रही है.

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1999 में पहली बार बने राष्ट्रपति


31 दिसंबर 1999 को येल्तसिन ने राष्ट्रपति के पद से इस्तीफा दे दिया.उनके बाद पुतिन कार्यवाहक राष्ट्रपति बने.26 मार्च 2000 में पुतिन ने पहला राष्ट्रपति चुनाव जीता. वह 2008 तक इस पद पर रहे. इसके बाद सन् 2012 में वह फिर राष्ट्रपति बने. 2018 में पुतिन को चौथी बार रूस का राष्ट्रपति पद मिला. वह अलेक्जेंडर लुकाशेंको के बाद सबसे लंबे कार्यकाल वाले दूसरे यूरोपीय राष्ट्रपति हैं.

नोबल पुरस्कार के लिए भी नामित


सन् 2014 में पुतिन को नोबल पुरस्कार के लिए भी नामित किया गया था.रूसी लेखक सर्गेई कोमकोव के नेतृत्व में लेखकों के एक संगठन ने नोबेल समिति को पुतिन का नाम भेजा था.

 

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