आखिरकार लगाना ही पड़ा Lockdown, Omicron से लड़ाई जारी
Omicron के तेेजी से बढ़ते केस ने दुनिया के कई देशों को लॉकडाउन लगाने पर मजबूर कर दिया है. दुनिया भर में इस बीमारी के खिलाफ मुहिम जारी है.
| Updated: Dec 16, 2021, 10:19 AM IST
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शोधकर्ताओं का कहना है कि ओमिक्रोन वेरिएंट की पर्यावरण में स्थिरता ज्यादा है. ऐसे में ये अधिक संक्रामक हो सकता है. संभव है कि ये डेल्टा वेरिएंट की जगह ले ले. संक्रमण क्षमता तेज होने के कारण ही दुनियाभर में इसके ज्यादा मरीज मिल रहे हैं.
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ओमिक्रॉन से पीड़ित व्यक्ति को सांस फूलने या सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या नहीं होती है. डेल्टा वेरिेएंट का प्रमुख लक्षण ही है सांस फूलना या सांस लेने में तकलीफ होना. शोध के मुताबिक ये वेरिएंट आपके गले को प्रभावित करता है, फेफड़ों पर उतना असर नहीं करता. इससे पीड़ित व्यक्ति को बुखार, सिर दर्द, जुकाम और खांसी की समस्या होती है.
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महाराष्ट्र में बीते 24 घंटों के दौरान कोरोना के 34,424 नए मामले सामने आए हैं. इसके बाद दिल्ली में 21, 259 नए मामले दर्ज किए गए हैं. कोरोना के सबसे ज्यादा मामलों वाले पांच राज्यों की बात करें तो महाराष्ट्र और दिल्ली के अलावा तमिलनाडु, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं.
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ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के बाद नॉर्वे में आंशिक Lockdown लगाया गया है. यहां बार, रेस्तरां, स्विमिंग पूल, जिम बंद कर दिए गए हैं. आशंका है कि जनवरी में केस प्रति दिन 3 लाख तक जा सकते हैं. ब्रिटेन में भी पाबंदियां कड़ी कर दी गई हैं. क्रिसमस और न्यू ईयर को देखते हुए सोशल डिस्टेसिंग के नियम लागू कर दिया गया है. बहुत से रेस्टोरेंट में सिर्फ टेक अवे की सुविधा है. नीदरलैंड और ऑस्ट्रिया में भी लॉकडाउन लगाया गया है. हालांकि दोनों ही देशों की जनता ने लॉकडाउन का विरोध किया है.
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गोवा, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख, मणिपुर और पंजाब में फिलहाल ओमिक्रॉन का सिर्फ एक ही मामला है. वहीं जम्मू-कश्मीर और अंडमान-निकोबार में क्रमशः 3 और 2 मामले दर्ज हो चुके हैं.