Pakistan Political Crisis: इमरान खान नहीं रहे देश के पीएम, संसद भंग...जानें दिन भर की हलचल

पाकिस्तान की सरकार ने रविवार को एक नोटिफिकेशन जारी किया है. इस सूचना के अनुसार, इमरान खान अब देश के प्रधानमंत्री नहीं हैं. 

पाकिस्तान में जारी सियासी संकट के बीच अब एक और बवाल शुरू हो गया है. पाकिस्तान सरकार की ओर से जारी की गई सूचना में कहा गया है कि इमरान खान अब देश के प्रधानमंत्री नहीं हैं और अब वह कोई आदेश जारी नहीं कर सकते हैं. जानें आज पाकिस्तान की राजनीति में क्या कुछ घटा है. 

इमरान खान को पद से हटाने का नोटिफिकेशन जारी

पाकिस्तान सरकार की ओर से जारी सूचना में कहा गया है कि इमरान खान अब देश के प्रधानमंत्री नहीं हैं. उनके पास प्रधानमंत्री कार्यालय और शक्तियों के इस्तेमाल का अधिकार नहीं है. एडिशनल सेक्रेटरी एजाज ए डार के दस्तखत वाले आदेश में कहा गया है,  'इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ पाकिस्तान के आर्टिकल 58(1) और 48(1) के तहत नेशनल असेंबली भंग करने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के ऑफिस को तत्काल प्रभाव से सीज किया जाता है. इमरान अहमद खान नाजी अगली व्यवस्था तकल जवाबदेही संभालेंगे.' 

राष्ट्रपति ने भंग की नेशनल एसेंबली 

पाकिस्तान में रविवार को प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को बिना मतदान के ही खारिज कर दिया गया था. नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर कासिम खान सूरी ने पाकिस्तानी संविधान के अनुच्छेद 5 का हवाला देते हुए इस अविश्वास प्रस्ताव को बिना वोटिंग के ही खारिज कर दिया था.  इमरान खान की सिफारिश के बाद पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने ससंद भंग कर दी है. 
 

विपक्ष ने खटखटाया सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा

विपक्षी दलों ने नेशनल एसेंबली भंग करने के खिलाफ आज सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. सुप्रीम कोर्ट ने पाकिस्तान की नेशनल एसेंबली को भंग करने पर सुनवाई 4 अप्रैल तक के लिए स्थगित कर दी है. पाकिस्तान की मीडिया के हवाले से यह जानकारी सामने आ रही है. मुख्य न्यायाधीश ने राजनीतिक दलों से यह कहते हुए शांति और व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है कि रमजान का महीना चल रहा है और सभी लोग रोजा रख रहे हैं. 

विपक्ष पर बरसे इमरान खान 

इस पूरे घटनाक्रम के बाद भी इमरान खान सख्त तेवर अपनाए हुए हैं. उन्होंने विपक्षी दलों से आरोप लगाने वाले अंदाज में अपील की है कि उनकी सरकार गिराने के लिए विदेशी ताकतों के झांसे में नहीं आना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया है कि उनकी सरकार गिराने के लिए विपक्षी दलों ने विदेशी ताकतों के साथ हाथ मिलाया है. 
 

पूरे मामले से पाकिस्तानी सेना ने खुद को अलग किया 

पाकिस्तान की राजनीति के बारे में यह सामान्य राय है कि सेना का इसमें खासा दखल होता है. इमरान खान के प्रधानमंत्री बनने पर भी उन्हें मिले सेना के समर्थन की बात की जाती रही है. हालांकि, सेना की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि हालिया घटनाक्रम से सेना का कोई लेना-देना नहीं. पाकिस्तान की आर्मी इन सबसे पूरी तरह से अलग है.