Pakistan Political Crisis: सड़कों पर सेना की गाड़ियां, मॉर्शल लॉ की आहट, चल क्या रहा है?
पाकिस्तान में राजनीतिक घमासान के बीच इस्लामाबाद की सड़कों पर सेना की गाड़ियां दिखने के बाद अटकलें जारी है. मॉर्शल लॉ लगने की आशंका जताई जा रही है.
| Updated: Apr 09, 2022, 10:07 PM IST
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पीएम ऑफिस के पास सेना की गाड़ी देखे जाने की खबर ऐसे समय पर आ रही है जब इमरान कैबिनेट में मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि देश में मार्शल लॉ के लिए खरीदार जिम्मेदार होंगे. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट देश की संसद से बड़ा नहीं है. कुछ देर पहले फवाद चौधरी और शाह महमूद कुरैशी ने अपने ट्विटर बायो में बदलाव करते हुए 'पूर्व मंत्री' लिखा था. इसके बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि इमरान खान वोटिंग से पहले ही इस्तीफा दे सकते हैं.
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इस्लामाबाद की सड़कों पर सेना की बख्तरबंद गाड़ियां नजर आ रही हैं. प्रधानमंत्री कार्यालय के बाहर भी सेना की गाड़ियां नजर आ रही हैं. ऐसे हालात को देखते हुए पाकिस्तानी मीडिया में मॉर्शल लॉ लगने की भी बात कही जा रही है. अब देखना है कि देश में सत्ता परिवर्तन होता है या जिसकी आशंका जताई जा रही है, वही साकार होता है.
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पाकिस्तान के स्पीकर ने वोटिंग को रोकने के लिए अजीब तर्क दिया है. उन्होंने कहा कि वह इमरान खान से 30 साल से परिचित हैं और उनके अच्छे दोस्त भी हैं. कैसर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट हो या कोई और लेकिन वह इमरान खान के खिलाफ वोटिंग के लिए आदेश नहीं देंगे.
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पाकिस्तानी मीडिया में दावा किया जा रहा है कि इमरान खान ने पद छोड़ने के लिए 3 शर्तें रखी हैं. उन्होंने कहा कि शहबाज शरीफ के अलावा किसी और को पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनाया जाए, दूसरा- इस्तीफे के बाद इमरान खान और उनके कैबिनेट के खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज न किया जाए और तीसरा- देश में जल्द से जल्द चुनाव कराए जाएं.
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पाकिस्तान में सत्ता परिवर्तन के लिए विपक्षी दल एकजुट हैं. विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं ने आज नेशनल एसेंबली में पीएम को खूब सुनाया है और वोटिंग की मांग की है. बिलावल भुट्टो जरदारी ने पाकिस्तानी पीएम को डरपोक तक कह डाला और कहा कि उन्हें हार का सामना करना चाहिए और वोटिंग करवानी चाहिए.