Russia-Ukraine Conflict: यूक्रेन को बचाने की गुहार लगा रहा है संयुक्त राष्ट्र, क्या होगा रूस का अगला कदम?
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने अपील की है कि रूस-यूक्रेन संकट को सुलझाने के लिए बातचीत की ओर सभी पक्ष आगे बढ़ें.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (Antonio Guterres) ने यूक्रेन को लेकर बुधवार को हुई संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में कहा कि संपर्क रेखा (Contact Line) के पार से सीजफायर उल्लंघन की बढ़ती घटनाएं चिंता का विषय हैं. जमीनी स्तर पर लगातार तनाव बढ़ रहा है. यूक्रेन में हुई हाल की गतिविधियां बड़ी चिंताजनक हैं.
एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि मौजूदा हालात में एक बात साफ जाहिर है कि दोनेत्स्क (Donetsk) और लुहान्स्क (Luhansk) क्षेत्रों की तथाकथित स्वतंत्रता को मान्यता देने का रशियन फेडरेशन का फैसला गलत है. यह कदम यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का उल्लंघन है. यह संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों के अनुरूप नहीं हैं.
एंटोनियो गुटेरेस ने मंगलवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के पूर्वी यूक्रेन में सैनिकों को भेजने के फैसले की कड़ी आलोचना की है. पुतिन ने इन सैनिकों को शांति रक्षक का नाम दिया है. गुटेरेस ने इन फैसले पर भी फटकार लगाई है. उन्होंने जनरल असेंबली में कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी शांति के संरक्षण की दिशा में सोचना चाहिए.
एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र के पास शांति अभियान चालने का एक लंबा और मान्यता प्राप्त अनुभव है जो केवल मेजबान देश की सहमति से चलाया जाता है. उन्होंने सभी पक्षों से चार्टर के अनुच्छेद 33 का पालन करने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि विवाद का शांतिपूर्ण समाधान ही निकाला जाए. उन्होंने आगाह किया किया है कि अगर यूक्रेन में युद्ध होता है तो मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
रूस यूक्रेन के प्रति लगातार आक्रामक बना हुआ है. सोमवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक ऐसा निर्णय लिया जिस पर विवाद ठन गया. उन्होंने यूक्रेन के दो हिस्सों को स्वतंत्र देश के तौर पर मान्यता दे दी है. रूसी राष्ट्रपति ने दोनेत्स्क और लुहान्स्क को आजाद देश माना है. इस फैसले के बाद से ही दुनिया को शक है कि अब पुतिन यूक्रेन पर हमला करेंगे. व्लादिमीर पुतिन ने रूसी सैनिकों को आदेश दिया है कि रूस के समर्थक यूक्रेनी नागरिक जिन हिस्सों में हैं वहां तैनात हों. दुनिया को इस बात की चिंता है कि कहीं रूस यूक्रेन पर हमला न कर दे जिसमें बेगुनाह नागरिक मारे जाएं. रूस अगला कदम क्या उठाता है यह देखने वाली बात होगी.