Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच बन रही सहमति, क्या खत्म होने की कगार पर है टकराव?

रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि यूक्रेन के साथ समझौते को लेकर कई मुद्दों पर सहमति बन रही है. उनके बयान के बाद जंग खत्म होने की उम्मीद है.

रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष को जल्द से जल्द खत्म करने के लिए वैश्विक शक्तियां भी लगातार कोशिश कर रही हैं. कई राउंड की बातचीत नाकाम रहने के बाद आज रूसी विदेश मंत्री के बयान के बाद उम्मीद की एक किरण दिख रही है. रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि हम  यूक्रेन के 'न्‍यूट्रल दर्जे' पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं.

यूक्रेन के नाटो में शामिल नहीं होने के बयान के बाद आई प्रतिक्रिया

बता दें कि लावरोव का बयान यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की ओर से नाटो में शामिल नहीं होने का बयान देने के बाद आया है. रूसी विदेश मंत्री ने कहा कि यूक्रेन के साथ कुछ समझौतों पर सहमति बन रही है. उन्‍होंने कहा कि यूक्रेन के 'न्‍यूट्रल स्‍टेटस' पर गंभीरतापूर्वक विचार किया जा रहा है। लावरोव का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब यूक्रेन के राष्‍ट्रपति जेलेंस्‍की ने भी कहा था कि अब रूस की ओर से 'ज्‍यादा यथार्थवादी' मांगे की जा रही हैं. जेलेंस्की ने यह भी स्‍पष्‍ट रूप से संकेत दे दिया है कि उनका देश नाटो में शामिल नहीं होने जा रहा है.

रूस ने माना कि बातचीत कठिन है

रूस के विदेश मंत्री ने माना कि यूक्रेन के साथ बातचीत कठिन है. साथ ही, उन्होंने यूक्रेन के पास रूस के लिए खतरा बनने वाले हथियारों को लेकर चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा कि यूक्रेन के पास ऐसे हथियार नहीं होने चाहिए जिससे रूस को खतरा हो. हम ऐसे हथियारों पर समन्‍वय करने के लिए तैयार हैं जो हमें खतरा नहीं पैदा करेंगे. उन्‍होंने कहा कि यूक्रेन के साथ चल रही बातचीत कठ‍िन है. लावरोव ने ये भी कहा कि कुछ अन्‍य मुद्दे हैं जो महत्‍वपूर्ण हैं. इसमें यूक्रेन के अंदर रूसी भाषा का प्रयोग और अभिव्‍यक्ति की आजादी शामिल है.

नाटो को लेकर लगातार तल्ख हो रहे हैं जेलेंस्की

इससे पहले जेलेंस्‍की ने कहा था, 'हम वर्षों से सुन रहे हैं कि किस तरह से नाटो में शामिल होने के दरवाजे खुले हुए हैं. जब चुनौतियां सामने आईं तो हमसे कहा गया कि हमें शामिल नहीं किया जा सकता है. यूक्रेन के लोग अब सच को समझ रहे हैं और मुझे इस बात की खुशी है कि हमारे लोग इसे समझना शुरू कर चुके हैं. हमारे देशवासी अब खुद पर और उन भागीदारों पर भरोसा कर रहे हैं जो हमारी मदद कर रहे हैं.'

कई देश कर रहे हैं मध्यस्थता की कोशिश 

रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष को रोकने के लिए ब्रिटेन, फ्रांस और इजरायल जैसे देश मध्यस्थता की कोशिश कर रहे हैं. भारत ने भी दोनों देशों के बीच बातचीत के जरिए समस्या हल करने की अपील की है. रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने मंगलवार को यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्‍स मिशेल से फोन पर लंबी बातचीत की है.