Russia Ukraine War: जेलेंस्की ने भावुक अपील कर मांगे F-16 फ़ाइटर जेट कहा, 'शायद आखिरी बार देख रहे'

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने आज अमेरिकी सांसदों से निजी अपील की है. उन्होंने बैकग्राउंड में यूक्रेन के झंडे के साथ वीडियो शूट किया है.

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने आज एक बार फिर भावुक अपील की है. उन्होंने अमेरिकी सांसदों को भेजे एक निजी संदेश में कहा है कि जल्द अगर यूक्रेन की मदद नहीं की गई तो शायद उन्हें दोबारा जिंदा न देख सकें. बता दें कि जेलेंस्की पहले भी दावा कर चुके हैं कि उन्हें मारने की कोशिश की गई है.

निजी तौर पर अमेरिकी सांसदों को की कॉल 

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने अमेरिका से और लड़ाकू विमान भेजने की मांग की है. उन्होंने रूस से तेल आयात कम करने की भावुक' अपील भी की है. जेलेंस्की ने कहा कि इस मदद की बदौलत यूक्रेन रूसी सैन्य कार्रवाई का मुकाबला कर पाएगा. जेलेंस्की ने शनिवार को अमेरिकी सांसदों को निजी तौर पर किए गए वीडियो कॉल में कहा कि संभव है कि वे उन्हें आखिरी बार जिंदा देख रहे हों.

जेलेंस्की का दावा, 3 बार मारने की कोशिश 

बता दें कि जेलेंस्की पहले भी दावा कर चुके हैं कि रूस के निशाने पर वह और उनका परिवार है. उन्होंने आज फिर अमेरिकी सांसदों को निजी तौर पर किए वीडियो कॉल में कहा कि उनकी जान को खतरा है. यूक्रेनी मीडिया का दावा है कि जेलेंस्की पर 3 बार हमला किया गया है.

1 घंटे तक चली जेलेंस्की की बातचीत

जेलेंस्की ने करीब एक घंटे तक अमेरिका के 300 सांसदों और उनके स्टाफ से बातचीत की है. यह बातचीत ऐसे समय में हुई है जब यूक्रेन के शहरों पर रूसी बमबारी जारी है और कई शहरों को उन्होंने घेर लिया है जबकि 14 लाख यूक्रेनियों ने पड़ोसी देशों में शरण ली है.

F-16 फ़ाइटर जेट चाहते हैं जेलेंस्की

अब तक मिली जानकारी के अनुसार, पोलैंड यूक्रेन को मिग-29 और सुखोई-25 लड़ाकू विमान दे सकता है. यूक्रेन ने अमेरिका सेसे एफ-16 फाइटर जेट की मांग की है. बता दें कि F-16 फाइटर जेट दुनिया में सबसे ताकतवर और दूर तक मार करने में सक्षम  लड़ाकू विमान माने जाते हैं.

नाटो से अब तक नहीं मिली है मदद

लड़ाई शुरू होने के साथ ही यूक्रेन के राष्ट्रपति लगातार मदद की गुहार लगा रहे हैं. उन्होंने नाटो से भी मदद की अपील की है लेकिन अभी तक नाटो ने नो फ्लाई जोन नहीं घोषित किया है. नाटो का कहना है कि ऐसा करना युद्ध को बढ़ावा देना होगा क्योंकि यह रूस को हमले का एक और बहाना दे देगा.