Restrictions On Women: इन देशों में महिलाओं के लिए कड़े कानून, कहीं Abortion तो कहीं High Heels पर बैन

दुनिया भर में महिलाओं द्वारा बराबरी और अधिकार के लिए लंबी लड़ाई लड़ी जा रही है. कुछ देश ऐसे हैं, जहां आज भी महिलाओं पर बेहद सख्त पाबंदियां हैं.

इन दिनों आए दिन अफगानिस्तान की महिलाओं पर तालिबान की किसी नई पाबंदी की खबर आती है. Taliban ही नहीं कई और ऐसे देश हैं जहां महिलाओं पर बहुत सख्त पाबंदियां लागू हैं. कहीं महिलाओं के लिए हिजाब पहनना अनिवार्य है, तो कहीं महिलाएं अकेले सफर नहीं कर सकतीं. देखें, दुनिया के इन देशों में किस तरह की पाबंदियां लागू हैं.

Taliban के राज में महिलाओं पर पाबंदियों के पहाड़

Taliban के शासन संभालने के बाद से ही सख्त पाबंदियां लागू हैं. महिलाएं अब अकेले लंबी दूरी के सफर पर नहीं जा सकती हैं. उनके साथ किसी करीबी पुरुष रिश्तेदार का होना जरूरी है. सार्वजनिक स्थलों पर महिलाओं के लिए हिजाब पहनना जरूरी है. नहाते समय भी महिलाओं के लिए हिजाब पहनना जरूरी है. इतना ही नहीं महिलाओं के फोटो खींचने, वीडियो बनाने पर भी पाबंदी है.

सऊदी में भी महिलाओं के लिए कड़े कानून

सऊदी अरब में महिलाओं ने गाड़ी चलाने के लिए लंबा संघर्ष किया और 60 साल बाद उन्हें 2018 में गाड़ी चलाने का अधिकार मिला. हालांकि, अभी भी सऊदी में कई कड़े और स्त्रीविरोधी कानून लागू हैं. महिलाओं के लिए गैर-मर्दों से पर्दा करना जरूरी है. इतना ही नहीं महिलाएं अकेले कोई प्रॉपर्टी नहीं खरीद सकतीं. इसके लिए जरूरी है कि कम से कम 2 पुरुष गवाह होने चाहिए. इसी तरह हर महिला के लिए किसी न किसी पुरुष संरक्षक का होना जरूरी है. पति के नहीं होने की स्थिति में पिता, अंकल या ऐसा ही कोई करीबी रिश्तेदार संरक्षक हो सकता है.

Iran में पिता गोद ली बेटी से कर सकता है शादी

ईरान में पिता अपनी गोद ली हुई बेटी से शादी कर सकता है. आपको यह जानकर हैरानी होगी लेकिन यह हकीकत है. इसके पीछे तर्क दिया जाता है कि ऐसा करने पर 13 साल की बच्ची को पिता के सामने हिजाब पहनने की जरूरत नहीं होगी. ईरान में सार्वजनिक जगहों पर हिजाब पहनना अनिवार्य है. महिलाओं के स्टेडियम में खेल देखने पर भी पाबंदी थी लेकिन लंबे संघर्ष के बाद 2019 में उन्हें यह अधिकार मिला कि स्टेडियम में मैच देख सकें.

मिस्र में महिलाओं के अबॉर्शन पर है पाबंदी

मिस्र के कानून के मुताबिक महिलाएं अबॉर्शन नहीं करा सकतीं. अबॉर्शन कराने पर कैद की सजा है. अबॉर्शन करने वाले डॉक्टर और सपोर्ट स्टाफ को भी जेल जाना पड़ सकता है. हालांकि, अबॉर्शन मेडिकल कंडिशन पर किया जा सकता है जब मां की जान को खतरा हो. यह अपवाद सिर्फ विवाहित स्त्रियों के लिए ही है.

पाकिस्तान में एडल्ट्री पर पत्थर बरसाने की सजा

पाकिस्तान में तानाशाह जिया उल हक के दौर में विवादित एडल्ट्री कानून लागू किया गया था. इसके तहत एडल्ट्री की दोषी महिला को जेल और पत्थर बरसाने का कानून लागू किया गया था.