श्रीलंका (Shri Lanka) के कोलंबो में स्लेव आइलैंड पीएस के बाहर शनिवार को स्थानीय लोगों ने LPG सिलेंडर लेकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
श्रीलंका में चल रहे राजनीतिक और आर्थिक संकट के बीच लोगों की हालत दर से बदतर होती जा रही है. लोग भूख से तड़प रहे हैं. कई महीनों से एलपीजी सिलेंडर (LPG Cylinder) नहीं मिल पाने के कारण लोग खाना नहीं खा पा रहे हैं. इतना ही लोगों को राशन भी नहीं मिल रहा है.
कोलंबो में सड़कों पर उतरे लोग
प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि पिछले एक महीने से अधिक समय से उनके पास एलपीजी सिलेंडर नहीं है. वो खाने के लिए तरस रहे हैं. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उनके पास गैस नहीं, खाने के लिए कुछ राशन नहीं है. हम कल रात से यहीं हैं. यहां हम सरकारी अधिकारियों से मांग रहे हैं तो वो कह रहें उनके पास नहीं है. लोगों का कहना है कि उन्हें 2 महीने से एलपीजी सिलेंडर नहीं मिला है.
2 महीने से नहीं मिला LPG सिलेंडर
लोगों का कहना है कि उन्हें 2 महीने से एलपीजी सिलेंडर नहीं मिला है. बता दें कि श्रीलंका भारी आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है. सरकार के पास इतनी भी विदेशी मुद्रा नहीं है कि वो जरुरी सामानों का आयात कर सके. देश में रसोई गैस, ईंधन के दाम बेतहाशा भाग रहे हैं. लोगों को बिजली कटौती का भी सामना करना पड़ रहा है.
श्रीलंका में 9 अप्रैल से हो रहे प्रदर्शन
श्रीलंका का ये संकट 1948 में आजादी के बाद का सबसे बड़ा संकट है. सरकार के पास विदेशी मुद्रा की ऐसी किल्लत हुई है कि अपने लोगों के लिए खाद्य पदार्थ, ईंधन आयात भी नहीं कर पा रही. श्रीलंका में 9 अप्रैल से लोग सड़क पर हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं.
रानिल विक्रमसिंघे बने नए प्रधानमंत्री
इस राजनीतिक और आर्थिक संकट के बीच रानिल विक्रमसिंघे ने गुरुवार को नए प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी. महिंदा राजपक्षे के इस्तीफे के बाद विपक्ष के नेता विक्रमसिंघे देश का प्रधानमंत्री बनाया गया था.
महिंदा राजपक्षे को छोड़नी पड़ी थी कुर्सी
दरअसल, महिंदा राजपक्षे ने देश के बिगड़ते आर्थिक हालात के मद्देनजर हुई हिंसक झड़पों के बाद प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था.