Most Famous Speech जिन्होंने बदल दी दुनिया, भारत के ये लीडर शामिल
दुनिया के मशहूर और महान नेताओं के भाषणों ने हमेशा विश्व को नई दिशा दी है. इस लिस्ट में भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और स्वामी विवेकानंद भी हैं.
अमेरिका में दास प्रथा को खत्म कर नागरिक अधिकारों की दिशा में महानतम कदम उठाने वाले राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन का भाषण भी बहुत चर्चित रहा. 19 नवंबर, 1863 को, राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने सबसे खूनी गृह युद्ध वाली जगह गेटिसबर्ग के भाषण में लोकतंत्र की परिभाषा दी. लिंकन ने उस वक्त लोकतंत्र के लिए, 'जनता का, जनता के लिए, जनता के द्वारा' कहा था. आज पूरी दुनिया में लोकतंत्र की यही परिभाषा मान्य है.
अमेरिका के 35वें राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी आज भी वहां के सबसे लोकप्रिय राष्ट्रपति के तौर पर दर्ज हैं. अमेरिका के अब तक 46 राष्ट्रपति हुए हैं और सबने उद्घाटन भाषण दिया. कैनेडी के उद्घाटन भाषण जैसी लोकप्रियता इतिहास में दूसरी दर्ज नहीं हुई. इस भाषण में कैनेडी ने शक्ति के साथ संतुलन बनाने, गरीबी हटाने, महान लक्ष्य और सपने देखने की बात की थी. इसी भाषण में उन्होंने राज्य की सत्ता, जवाबदेही के साथ बाइबल की पंक्तियां और आध्यात्मिक तर्कों को शामिल किया था.
20वीं सदी के नेताओं में कौन सबसे बेहतरीन वक्ता है पूछा जाए, तो शायद ज्यादातर लोग विंस्टन चर्चिल का नाम लेंगे. 4 जून 1940 को हाउस ऑफ लॉर्ड्स में दिया उनका भाषण इतिहास में दर्ज है. ब्रिटेन के ढहते वर्चस्व के बीच उन्होंने जोश भरने के लिए कहा, 'हम लड़ेगें, हम लड़ेंगे अपने घरों से निकलकर, गलियों में लड़ेंगे, पर्वतों में लड़ेंगे, हम कभी भी समर्पण नहीं कर सकते हैं, क्योंकि हम लड़ेंगे.' चर्चिल के इस भाषण ने आम जनमानस के बीच ऊर्जा फूंकने का काम किया था.
शिकागो में आयोजित विश्व धर्म सम्मेलन में 11 सितंबर 1893 को स्वामी विवेकानंद ने भाषण दिया था. यह भाषण इतिहास में अमर हो गया है. इस भाषण में भारत की विश्व बंधुत्व दृष्टि और वसुधैव कुटुम्बकम जैसे आदर्शों पर चर्चा की थी. भाषण की शुरुआत उन्होंने मेरे अमेरिकी भाई-बहनों से की, जिसके बाद सभा में मौजूद दर्शकों ने खड़े होकर तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया.