Vladimir Putin ने कभी सड़कों पर टैक्सी चलाई, KGB जासूस से राष्ट्रपति तक का सफर

व्लादिमिर पुतिन दुनिया के सबसे ताकतवर लोगों में शुमार किए जाते हैं. उनकी जिंदगी फर्श से उठकर अर्श तक पहुंचने की फिल्मी कहानी जैसी है.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन की जिंदगी किसी फिल्म की कहानी की तरह है. एक गरीब परिवार में पैदा हुए, मुश्किलों में जिंदगी बीती, देश के लिए प्यार और सेवा की भावना ने KGB जासूस बना दिया और सत्ता के शीर्ष तक पहुंचे. जानें रूसी राष्ट्रपति की जिंदगी की हैरान कर देने वाली कहानी.

गरीबी ने टैक्सी चलाने पर किया मजबूर

व्लादिमिर पुतिन ने खुद स्वीकार किया है कि सोवित रूस के विघटन ने उन्हें बहुत निराश किया था. पुतिन कहते हैं, 'वह बुरा दौर था और बहुत गरीबी थी. मुझे मजबूरी में टैक्सी चलानी पड़ी. मैं उस दौर का याद नहीं करना चाहता. यह दर्दनाक है, लेकिन सच है.'
तस्वीर @defencealerts से साभार
 

राष्ट्रपति बनने से पहले थे जासूस 

साल 1999 में बोरिस येल्तसिन के इस्तीफे के बाद पुतिन रूस के राष्ट्रपति बने थे. राजनीति में आने से पहले पुतिन सोवियत संघ की खुफिया एजेंसी KGB में जासूस रह चुके थे.  अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो बतौर जासूस पुतिन बेहद तेज-तर्रार और अपने काम में निपुण थे.
 

भारत के साथ संबंधों पर पुतिन का खास जोर

अगर भारत के साथ रूस के संबंधों की बात करें, तो पुतिन का रवैया गर्मजोशी भरा रहा है. पुतिन ने कुछ दिन पहले भी भारत का दौरा किया था. रूस और भारत के मजबूत संबंधों को पुतिन कई बार वैश्विक संतुलन के लिए जरूरी बता चुके हैं.

विरोधियों के साथ बेहद सख्त रहा है पुतिन का रवैया 

पुतिन पर आरोप लगाए जाते हैं कि उन्होंने अपने राजनीतिक विरोधियों को जेल में बंद करवाया है. इतना ही नहीं यूक्रेन को लेकर उनकी रणनीति की भी काफी आलोचना होती है. पुतिन को दूसरे देशों की जमीन पर कब्जा जमाने की कोशिश में जुटे राष्ट्राध्यक्ष के तौर पर देखा जाता है. 
 

दुनिया है रूसी राष्ट्रपति की फिटनेस की कायल

व्लादिमिर पुतिन के बारे में कहा जाता है कि वह जबरदस्त फिट शख्सियत हैं. राष्ट्रपति बनने के बाद भी वह नियमित तौर पर तैराकी करते हैं. इसके अलावा, उनके पास कई कुत्ते भी हैं जिनके साथ समय बिताते हैं. पुतिन को घुड़सवारी और शिकार का भी शौक है.