विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दावा किया है कि अगर टीकाकरण और दवाइयों का वितरण ठीक हुआ तो इस साल बड़ी राहत मिल सकती है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के हेड ऑफ इमरजेंसी डॉक्टर माइकल रेयान (Dr Michael Ryan) ने दावा किया है कि अगर दुनिया में टीकाकरण (Vaccination) और दवाइयों (Medicines) की उपलब्धता पूरी दुनिया में समान तरह से हो तो जल्द ही महामारी नियंत्रमण में आ सकती है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि मौत, अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या और लॉकडाउन (Lockdown) पर भी स्थितियां नियंत्रण में आ सकती हैं.
1.Ecosystem का हिस्सा बन जाती हैं महामारियां
डॉक्टर माइकल रेयान ने विश्व आर्थिक मंच (World Economic Forum) के कार्यक्रम वैक्सीन इक्विटी (Vaccine Equity) में कहा कि हम वायरस को कभी खत्म नहीं कर सकते हैं. ऐसी महामारियां वायरस पारिस्थितिक तंत्र (Ecosystem) का हिस्सा बन जाते हैं.
2.कैसे काबू में आए महामारी?
डॉक्टर माइकल रेयान का कहना है कि दुनिया अगर कुछ चीजों पर ध्यान देती है तो शायद हेल्थ इमरजेंसी पर काबू पाया जा सके. उन्होंने कहा कि हमारे पास पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी को खत्म करने का एक मौका है अगर हम उन उपायों को अपनाते हैं जिनके बारे में हम बात कर रहे हैं.
3.Vaccination में असमानता भयावह
WHO ने अमीर और गरीब देशों के बीच COVID-19 टीकाकरण (Vaccination) में असंतुलन को एक भयावह नैतिक विफलता बताया है. गरीब देशों की10 फीसदी से कम आबादी को COVID-19 वैक्सीन की एक खुराक मिली है.
4....तो जारी रहेगी वायरस की त्रासदी
माइकल रेयान ने वैश्विक नेताओं और बिजनेस लीडर्स से कहा है कि अगर वैक्सीन और दूसरे मेडिकल उपकरणों को दुनिया में बराबरी से शेयर नहीं किया जाता है तो वायरस की त्रासदी जारी रहेगी. दुनिया में 5.5 मिलियन से ज्यादा लोग इस महामारी से जान गंवा चुके हैं.
5.Vaccination है सबसे जरूरी
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि हमें बड़ी संख्या में लोगों को वैक्सीनेट करने की जरूरत है. अगर वैक्सीन ज्यादा लोगों को लग रही है तो बीमारियों की संख्या में गिरावट आ सकती है. वैक्सीनेशन हुआ तो किसी को मरना नहीं पड़ेगा.
6. हल्के लक्षण
कोविड-19 के टीके SARs-COV-2 वायरस के खिलाफ एक निश्चित स्तर की सुरक्षा प्रदान करते हैं. अध्ययनों से पता चला है कि आंशिक और पूरी तरह से टीकाकरण वाले व्यक्तियों में संक्रमण हो सकता है, लेकिन कोरोना वैक्सीन ले चुका व्यक्ति अगर संक्रमित होता है तो वह एसिम्प्टोमैटिक रहता है या उसमें हल्के लक्षण विकसित होते हैं.
7.Endemic भी दुनिया के लिए ठीक नहीं
माइकल रेयान ने कहा कि हजारों लोगों की मौत मलेरिया जैसी बीमारियों से हो जाती है. एड्स से हजारों लोग मरते हैं. कई बीमारियां लोगों को निगल रही हैं. एंडेमिक भी स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है. एंडेमिक का मतलब है कि यह हमेशा के लिए मौजूद रहेगा.
8.कभी खत्म नहीं होगा Coronavirus
दरअसल दुनियाभर के स्वास्थ्य अधिकारियों का दावा है कि कोविड-19 महामारी खत्म नहीं होगी. यह एक एंडेमिक है जिसकी वजह से लोगों की मौत होती रहेगी. भले ही यह निचले स्तर पर क्यों न पहुंच जाए, भले ही यह एक सामान्य बीमारी क्यों न बन जाए.