Afghanistan Floods: अफगानिस्तान के चार प्रांतों में भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं के कारण भयानक बाढ़ आ गई है. इस बाढ़ में अब तक 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है और करीब 2,000 घर ध्वस्त हो गए हैं. वर्ल्ड फूड प्रोग्राम (World Food Program) ने अभी इस प्राकृतिक आपदा के कारण मरने वालों की संख्या और ज्यादा बढ़ने की चेतावनी दी है. साथ ही बाढ़ प्रभावित इलाकों के लिए पर्याप्त मात्रा में वितरण के लिए राहत सामग्री भी उपलब्ध नहीं है, जिसके चलते यह बाढ़ बड़ा मानवीय संकट बन गई है. बाढ़ प्रभावित इलाकों में भुखमरी फैलने की शंका जताई जा रही है.
कई सप्ताह से लगातार आ रही बाढ़
ANI ने CNN के हवाले से बताया है कि अफगानिस्तान के बदखशान, घोर, बघलान और हेरात प्रांतों में भयानक बाढ़ आई है. लगातार बारिश के कारण आई इस बाढ़ से मानवीय संकट पैदा हो गया है. WFP ने ट्वीट में कहा, 'अफगानिस्तान में बाढ़ के कारण 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. अकेले बघलान के चार जिलों में ही जानलेवा बाढ़ के कारण 130 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है, जबकि 100 से ज्यादा घायल हैं. यहां 1,000 से ज्यादा घर ध्वस्त हुए हैं. बाकी प्रांतों में भी यही हालात हैं, जिससे मरने वालों की संख्या और ज्यादा है. पिछले कुछ सप्ताह के दौरान अफगानिस्तान में लगातार असामान्य बारिश के कारण बड़े पैमाने पर बाढ़ आई हैं. WFP अब प्रभावित इलाकों में बचे हुए लोगों को बिस्कुट बांट रहा है.
स्थानीय अधिकारियों ने भी बताया है बाढ़ को भयानक
बघलान प्रांत के स्थानीय अधिकारियों ने भी मरने वालों की संख्या और ज्यादा बढ़ने का डर जताया है. CNN के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया है कि हजारों घर बह गए हैं, जबकि हजारों हेक्टेयर कृषि भूमि भी बाढ़ के पानी में कटकर बह गई है. बाढ़ प्रभावित इलाकों में पानी के बहाव में हजारों पालतू पशु भी लापता हो गए हैं.
ध्वस्त घरों में फंसे हुए हैं सैकड़ों लोग
बाढ़ के पानी के कारण ध्वस्त हुए घरों में भी सैकड़ों लोग फंसे हुए बताए जा रहे हैं. इसके अलावा हजारों लोग चारों तरफ भयानक पानी होने के कारण बाढ़ प्रभावित इलाकों में ही फंस गए हैं. स्थानीय लोगों ने अंतरिम सरकार के अलावा घरेलू और इंटरनेशनल संगठनों से भी फंसे हुए लोगों को बचाने की गुहार लगाई है. इंटरनेशन रेस्क्यू कमेटी (IRC) के मुताबिक, हजारों लोग बाढ़ में फंसकर जरूरी सेवाओं से महरूम हो गए हैं. IRC ने बाढ़ प्रभावित सात प्रांतों के लिए इमरजेंसी रिस्पॉन्स की शुरुआत की है. IRC अफगानिस्तान की निदेशक सलमा बेन अइसा ने कहा, 'ताजा बाढ़ के कारण अफगानिस्तान में मानवीय संकट पैदा हो गया है, जो पहले ही इस साल की शुरुआत में आए भयानक भूकंपों और मार्च में आई भयानक बाढ़ के कारण परेशानी झेल रहा है. लोगों के रोजगार नष्ट हो गए हैं और परिवार आपस में बिछड़ गए हैं.'
पिछले महीने से चल रहा मौत का सिलसिला
अफगानिस्तान में पिछले महीने से बाढ़ और बारिश के कारण मौत का सिलसिला जारी है. पिछले महीने हेलमंद प्रांत के ग्रेश्क और कजाकी जिलों में भारी बारिश और बाढ़ के कारण घरों के गिरने से उनके अंदर मौजूद 9 लोगों की मौत हो गई थी. इस महीने की शुरुआत में भी यहां बाढ़ के कारण कम से कम 14 लोगों की मौत हुई थी और बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ था.
(With ANI Inputs)