India-US Ties: भारत के सुपरपावर बनने को लेकर अमेरिका ने दिया ऐसा बयान, भड़क जाएगा चीन

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Dec 09, 2022, 12:04 PM IST

अमेरिका ने भारत की तारीफ की

India-US Ties: अमेरिका ने कहा कि भारत बहुत जल्द सुपरपावर बनकर उभरेगा. पिछले 20 सालों में दोनों देशों के रिश्ते और गहरे हुए हैं.

डीएनए हिंदी: भारत की साख दुनियाभर में बढ़ती जा रही है. आने वाले समय में भारत दुनिया के सुपरपावर (Super Power) देशों में शामिल होगा. इसके संकेत अमेरिका भी दे रहा है. व्हाइट हाउस के बड़े अधिकारी कर्ट कैंपबेल ने गुरुवार कहा कि भारत, अमेरिका (America) का एक सहयोगी देश नहीं, बल्कि एक और महान शक्ति बनकर उभरेगा. उन्होंने कहा कि पिछले 20 सालों में भारत और अमेरिका के द्विपक्षीय संबंध जितनी तेजी से मजबूत और गहरे हुए हैं वैसा किसी भी अन्य द्विपक्षीय संबंध के साथ नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि भारत-अमेरिका संबंध केवल चीन को लेकर चिंता के कारण नहीं बने हैं.

भारत-अमेरिका के रिश्ते गहरे हुए
ऐस्पन सिक्योरिटी फोरम की एक बैठक में भारत के संदर्भ में किए एक सवाल के जवाब में व्हाइट हाउस के एशिया मामलों के कॉर्डिनेटर कर्ट कैंपबेल ने कहा कि उनका मानना है कि 21वीं सदी में भारत के साथ द्विपक्षीय संबंध अमेरिका के लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं. यह एक फैक्ट है कि मैंने पिछले 20 साल में अमेरिका और भारत जैसे कोई द्विपक्षीय संबंध नहीं देखे जो इतनी तेजी से गहरे और मजबूत हो रहे हैं.

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उन्होंने कहा कि अमेरिका को अपनी क्षमता का और इस्तेमाल करने की जरूरत है और टेक्नोलॉजी व अन्य मुद्दों पर एक साथ काम करते हुए लोगों के बीच आपसी संपर्क कायम करने की आवश्यकता है. कैंपबेल ने कहा, ‘भारत, अमेरिका का एक सहयोगी नहीं होगा. वह एक स्वतंत्र, शक्तिशाली देश बनने की इच्छा रखता है और वह एक और महान शक्ति बनकर उभरेगा.’ 

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चीन को लेकर कही ये बात
कैंपबेल ने कहा, ‘मेरा मानना है कि यह एक ऐसा रिश्ता है जिसमें कुछ महत्वाकांक्षा होनी चाहिए. हमें उन क्षेत्रों पर गौर करना चाहिए, जहां हम एक साथ काम कर सकते हैं. इनमें अंतरिक्ष, शिक्षा, जलवायु और प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में काम करने की जरूरत है. हमें इस दिशा में आगे बढ़ना चाहिए. अगर आप पिछले 20 सालों पर नजर डालेंगे और उन बाधाओं पर गौर करेंगे जिन्हें पार किया गया और हमारे दोनों पक्षों के बीच संबंधों की गहराई देखेंगे तो यह उल्लेखनीय है.’ उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत-अमेरिका संबंध केवल चीन को लेकर चिंता के कारण नहीं बने हैं. कैंपबेल ने कहा, ‘‘ये हमारे समाजों के बीच महत्वपूर्ण तालमेल पर आधारित हैं.’’ 

(PTI इनपुट के साथ)

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