डीएनए हिंदी: 22 मिलियन की आबादी वाले देश श्रीलंका में हालात बेहद खराब होते जा रहे हैं. बिजली-पानी से लेकर दूध और खाने के सामान तक की किल्लत से लोग जूझ रहे हैं. इस सबके बीच श्रीलंका सरकार ने शनिवार से सोमवार तक का कर्फ्यू घोषित किया था.इस कर्फ्यू के बाद अब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म भी बैन कर दिए गए हैं.
सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म बैन
रविवार से श्रीलंका में फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सऐप और इंस्टाग्राम सहित लगभग दो दर्जन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म आउट ऑफ सर्विस हो गए हैं. NetBlocks के एक ट्वीट के मुताबिक रियल टाइम नेटवर्क डाटा दिखाता है कि श्रीलंका में हर तरफ सोशल मीडिया ब्लॉकआउट कर दिया गया है. धरना-प्रदर्शनों के बीच आपातकाल की घोषणा के बाद यह फैसला लिया गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक श्रीलंका में रविवार को भी लोग विरोध प्रदर्शन करने के लिए सड़कों पर उतरने वाले थे, इसी के चलते सरकार ने पहले ही सोशल मीडिया ब्लॉक करने का कदम उठाया है.
ये भी पढ़ें: Sri lanka में हालात हुए खराब, आर्थिक संकट के बीच राष्ट्रपति ने किया आपातकाल का ऐलान
श्रीलंका में जारी है प्रदर्शनों का दौर
श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने शुक्रवार देर रात एक विशेष गजट अधिसूचना जारी कर श्रीलंका में एक अप्रैल से तत्काल प्रभाव से सार्वजनिक आपातकाल लागू करने की घोषणा की थी. आपातकाल के आदेश के बाद सार्वजनिक प्रदर्शन के खिलाफ बेहद सख्ती बरती जा सकती है. लोगों को बिना कारण बताए लंबे समय के लिए जेल में बंद किया जा सकता है. ऐसे में श्रीलंकाई नागरिकों का सब्र जवाब देने लगा है और देश भर में खाद्यान्न और जरूरी चीजों की कीमतों के विरोध में प्रदर्शन शुरू हो गए है.
ऐतिहासिक आर्थिक संकट का सामना कर रहा है श्रीलंका
श्रीलंका आजादी के बाद से अपने सबसे बुरे आर्थिक संकट का सामना कर रहा है. देश के सैकड़ों पेट्रोल पंपों पर न तेल है और न ही लोगों के घरों में बिजली है. लोगों को पानी और ब्रेड के लिए भी लंबी लाइन में लगना पड़ रहा है. राशन और ज़रूरी दवाइयों की भी भारी किल्लत हो गई है. श्रीलंका की बदहाली की वजह चीन से लिया गया बेहिसाब कर्ज है.
ये भी पढ़ें: Sri Lanka Economic Crisis : देश में बढ़ती समस्याओं से परेशान लोगों ने घेरा राष्ट्रपति का आवास
गूगल पर हमारे पेज को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें.
हमसे जुड़ने के लिए हमारे फेसबुक पेज पर आएं और डीएनए हिंदी को ट्विटर पर फॉलो करें.