Biggest Gold Robbery in Canada: कनाडा के इतिहास की सबसे बड़ी लूट करने वाले 6 लोगों को दबोच लिया गया है, जिनमें दो आरोपी भारतीय मूल के हैं. इन लोगों ने पिछले साल टोरंटो एयरपोर्ट में सुरक्षा पहरे से करीब 22 मिलियन कनाडाई डॉलर (करीब 133 करोड़ रुपये) के सोने और विदेशी मुद्रा की लूट की थी. पील रीजनल पुलिस (PRP) ने यह जानकारी देते हुए कहा, कनाडाई अधिकारियों ने इस मामले में तीन अन्य लोगों के खिलाफ भी गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं, जिनकी तलाश जारी है. इस लूट को बेहद फिल्मी अंदाज में अंजाम दिया गया था, जिसमें सुरक्षा पहरे से पूरा एयर कार्गो कंटेनर ही गायब कर दिया गया था.
ज्यूरिख से टोरंटो आया था सोना
कनाडा के इतिहास की यह सबसे बड़ी लूट 17 अप्रैल, 2023 को अंजाम दी गई थी. पील पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने फर्जी दस्तावेजों के जरिये टोरंटो के मुख्य एयरपोर्ट की सिक्योर स्टोरेज फैसेलिटी में रखे एयर कार्गो कंटेनर को चोरी कर लिया था. इस कार्गो कंटेनर में करीब 20 मिलियन डॉलर कीमत वाली .99999% शुद्धता वाले 400 किलोग्राम सोने की 6,600 छड़ और 2.5 मिलियन कनाडाई डॉलर की फॉरेन करेंसी मौजूद थी. करीब 22 मिलियन कनाडाई डॉलर की कीमत वाला यह कार्गो कंटेनर चोरी होने से थोड़ी देर पहले ही स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख शहर से एयर कनाडा फ्लाइट के जरिये टोरंटो पहुंचा था, जहां से इसे एयरपोर्ट में किसी दूसरी जगह ले जाना था, लेकिन इसी बीच इसे चोरी कर लिया गया. इस चोरी की रिपोर्ट 18 अप्रैल को पील रीजनल पुलिसको दी गई थी.
एयर कनाडा के दो पूर्व कर्मचारियों ने की थी मदद
पुलिस के मुताबिक, इस चोरी में एयर कनाडा के दो पूर्व कर्मचारियों ने भी चोरों की मदद की थी. इनमें से एक को हिरासत में लिया जा चुका है, जबकि दूसरे के खिलाफ वारंट जारी हो गया है. पकड़े गए आरोपियों में भारतीय मूल का परमपाल सिद्धू (54 साल) चोरी के समय एयर कनाडा में ही काम करता था. उसके अलावा भारतीय मूल का दूसरा आरोपी अमित जलोटा (40 साल) गिरफ्तार हुआ है. दोनों ओंटारियो के रहने वाले हैं. उन्हें बुधवार को अहमद चौधरी (43 साल), अली रजा (37 साल) और प्रसाथ परमलिंगम (35 साल) के साथ गिरफ्तार किया गया था.
अमेरिकी जेल में है एक आरोपी
पुलिस के मुताबिक, एक आरोपी इस समय अमेरिका की जेल में बंद है. डुरांते किंग-मैक्लेन (25 साल) नाम का यह आरोपी ब्रैम्पटन का रहने वाला है. उसे अमेरिका में हथियारों की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. कनाडाई पुलिस के जांच अधिकारी उसके और उसके वकील के साथ संपर्क में हैं.
तीनों फरार आरोपी भी भारतीय
पुलिस ने तीन अन्य आरोपियों के खिलाफ वारंट जारी किए हैं. ये तीनों भी भारतीय मूल के हैं. इनमें ब्रैम्पटन निवासी सिमरनप्रीत पनेसर (31 साल) भी चोरी के समय एयर कनाडा में ही काम करता था. उसके अलावा ब्रैम्पटन का ही अर्चित ग्रोवर (36 साल) और मिस्सीसाउगा निवासी अर्सलान चौधरी (42 साल) के खिलाफ वारंट जारी हुआ है. CBC न्यूज के मुताबिक, एयर कनाडा के प्रवक्ता पीटर फिट्जपैट्रिक ने परमपाल और सिमरनप्रीत के अपनी कंपनी में काम करने की पुष्टि की है. पीटर ने कहा, दोनों आरोपियों में से एक ने गिरफ्तारी से ठीक पहले ही कंपनी से इस्तीफा दिया था, जबकि दूसरा सस्पेंड चल रहा है. मामले की जांच कर रहे लीड इंवेस्टिगेटर माइक माविटी ने इस चोरी को हिम्मत का काम बताया है.
DNA हिंदी अब APP में आ चुका है. एप को अपने फोन पर लोड करने के लिए यहां क्लिक करें.
देश-दुनिया की Latest News, ख़बरों के पीछे का सच, जानकारी और अलग नज़रिया. अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप पर.