डीएनए हिंदी: ब्राजील (Brazil) के रियो डी जनेरियो (Rio de Janeiro) में प्राकृतिक आपदा की वजह से बड़ी तबाही मची है. पेट्रोपोलिस (Petropolis) शहर में भूस्खलन, भारी बारिश और बाढ़ से कम से कम 78 लोगों की मौत हो गई है. रियो डी जेनेरियोशहर से 68 किलोमीटर दूर पहाड़ी पेट्रोपोलिस में 50 से ज्यादा भूस्खलन के मामले सामने आए हैं.
रियो डी जेनेरियो के गवर्नर क्लाउडियो कास्त्रो (Claudio Castro) ने बुधवार को कहा है कि यह युद्ध जैसी स्थिति है. घरों के ऊपर कारें नजर आ रही हैं. हर तरफ कीचड़ और तबाही है. लोग अपने परिजन की तलाश में जुटे हैं. नागरिक सुरक्षा लेफ्टिनेंट कर्नल गिल केपरम्स (Gil Keperms) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विस्तार से बताया कि लापता लोगों की संख्या अभी पता नहीं चली है.
Ukraine की सीमा से नहीं हटे हैं रूस के सैनिक, अमेरिका ने कहा- और ज्यादा हो रही है आर्मी की तैनाती
मलबों में दबे लोग, अपनों की तलाश जारी
मोरो दा ओफिसिना में भूस्खलन को लेकर गिल केपरम्स ने कहा कि स्थानीय लोग मिट्टी और मलबों में दब गए हैं. लोग अपने प्रियजनों की तलाश कर रहे हैं. एक पहाड़ी पर हुए हादसे की वजह से 80 से ज्यादा घर बह गए हैं. लोगों की तलाश जारी है. सड़कों कार-घर बहते नजर आ रहे हैं.
सड़कों पर बहती नजर आ रही हैं बसें
स्थानीय लोगों ने सोशल मीडिया पर हादसे का वीडियो भी शेयर किया है. मलबे, कीचड़, टूटे हुए घर और अंतहीन बाढ़ ने पूरे इलाके को त्रासदी की राह में झोंक दिया है. स्थानीय अधिकारी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हैं. सैलाब में बहती बड़ी-बड़ी बसें नजर आ रही हैं. लोग बसों पर चढ़कर खुद को बचा रहे हैं.
वायरल हो रहीं तबाही की तस्वीरें
सोशल मीडिया पर कई ऐसी तस्वीरें वायरल हो रही हैं जहां लोग खुद को बचाने की कोशिश कर रहे हैं एक वीडियो में जनसैलाब में 8 से 10 लोग बह रहे हैं. वह रास्ते में किसी चीज को पकड़कर रुकना चाह रहे हैं लेकिन पानी का तेज बहाव उन्हें मौका नहीं दे रहा है. भूस्खलन की वजह से ब्राजील को भारी क्षति पहुंची है.
मौके पर नहीं पहुंच पा रही रेस्क्यू
पानी का बहाव इतना तेज है कि कई घर देखते-देखते पानी की जद में आकर बह गए हैं. स्थानीय लोग चीख-चीखकर मदद की गुहार लगा रहे हैं. सड़कें पूरी तरह से तबाह हो गई हैं ऐसे में लोगों को बाहर निकालना भी बेहद मुश्किल है. रेस्क्यू टीम भी मौके पर नहीं पहुंच पा रही है.
यह भी पढ़ें-
DNA एक्सप्लेनर : कौन से देश हैं NATO में? क्या है यह संस्था?
DNA एक्सप्लेनर: क्यों पश्चिमी देश Ukraine के भविष्य पर चिंतित हैं, क्या चाहता है Russia?
हमसे जुड़ने के लिए हमारे फेसबुक पेज पर आएं और डीएनए हिंदी को ट्विटर पर फॉलो करें.