डीएनए हिंदी: चीन भारत के पूर्वोत्तर के प्रदेशों और लद्दाख वाले इलाके पर अपनी नजर जमाए बैठा है. इसका एक और सबूत नए सैटेलाइट इमेज में मिला है. रणनीतिक तौर पर बेहद महत्वपूर्ण पैंगोंग लेक पर चीन ने एक नया पुल बनाया है. यह पुल झील के नॉर्थ और साउथ दोनों सिरों को जोड़ता है.
पुल बनने के बाद इलाके में और मजबूत होगा ड्रैगन
यह नया पुल चीन के अधिकार क्षेत्र वाले हिस्से में बन रहा है. इससे चीन के लिए इस इलाके में स्थिति बहुत मजबूत हो जाएगी. इसकी वजह है कि पुल झील के दोनों किनारों को जोड़ता है और सड़क मार्ग के साथ ही पुल बन जाने से इस हिस्से में चीन सामानों, हथियारों की आवाजाही को कम समय में कर सकेगा.
पढ़ें: DNA एक्सप्लेनर : क्या है NEFA और चीन-भारत के बीच की अरुणाचल समस्या
जून 2020 में गलवान फेसऑफ के बाद चीन ने बढ़ाई गतिविधि
बता दें कि जून 2020 में दोनों देशों की सेनाओं का फेसऑफ हुआ था. इसके बाद, चीनी एजेंसियों ने 4 सैनिकों के मारे जाने का दावा किया था. भारत का दावा है कि इस भिड़ंत में कम से कम 40 चीनी सैनिक मारे गए थे. लगभग एक साल बाद स्थिति संभली और आपसी सहमति से दोनों देशों ने अपनी सेनाएं 2 किमी. पीछे हटा लीं.
पढ़ें: भारतीय सांसदों ने दबाई कमजोर नब्ज तो बिलबिला उठा China, देने लगा गीदड़भभकियां
इस पुल के जरिए कहां है चीन की नजर?
पैगोंग झील के आस-पास के इलाके में अपनी सक्रियता बढ़ाने के पीछे चीन की सोची-समझी चाल है. सूत्रों का कहना है कि इस पुल के बनने से उस इलाके में चीन के लिए तेजी से मूवमेंट करना बहुत आसान होगा. इतना ही नहीं सड़क के साथ पुल होने की वजह से सैनिकों, हथियारों और रसद की आपूर्ति में बहुत कम समय लगेगा. ऐसे में चीन जरूरत के वक्त बहुत कम समय में ही क्षेत्र में सभी जरूरी चीजें जुटा पाएगा.