इमारत में आग, सड़कों पर प्रदर्शन... जिनपिंग की जीरो कोविड पॉलिसी के खिलाफ सुलग उठा चीन

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Nov 28, 2022, 01:11 PM IST

China Massiive protest

Chinese Protest Against Lockdown: चीन में कोरोना लॉकडाउन के खिलाफ भारी विरोध प्रदर्शन हो रहा है. लोग राष्ट्रपति शी जिनपिंग का इस्तीफा मांग रहे हैं.

डीएनए हिंदी: चीन में राष्ट्रपति शी जिनपिंग की जीरो कोविड पॉलिसी (Zero Covid Policy) विरोध प्रदर्शन तेज होता जा रहा है. बीजिंग, शंघाई और वुहान समेत चीन के कई शहरों में लोग लॉकडाउन खत्म करो के नारे लगाते हुए विरोध प्रदर्शन (Protest) कर रहे हैं. वहीं, प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस आंसू गैस और गोलियां चला रही है. इस बीच जिनजियांग क्षेत्र की आर्थिक राजधानी उरूमकी में एक 21 मंजिला इमारत को आग के हवाले कर दिया गया है.

चीन सरकार की जीरो कोविड पॉलिसी के तहत घरों में बंद रहने के आदेश को जनता ने नकार दिया है. यही वजह है कि कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (CPC) के नेताओं का सड़कों पर निकलना मु्श्किल गया है. आक्रोशित जनता सड़कों पर उतरकर लॉकडाउन का विरोध कर रही है. लोग हाथों में तख्तियां लेकर सरकार के खिलाफ लिखे श्लोगन लिख रहे हैं. लोग नारे लगा रहे हैं कि शी जिनपिंग को अब अपना पद छोड़ देना चाहिए, उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि इस पर काबिज रहने के वे हकदार नहीं हैं.

कोरोना के ‘जन्मदाता’ की जीरो कोविड पॉलिसी ने लगाई वाट, चीनी राष्ट्रपति का अपनों ने तोड़ा घमंड

10 लोगों की मौत के बाद शुरू हुआ बवाल
पूर्वी महानगर शंघाई में शुरू हुए प्रदर्शन बीजिंग तक फैल गए जहां मध्य शहर में लियांगमाहे नदी के पास सैकड़ों लोग एकत्रित हो गए. शंघाई के उरुमकी में गुरुवार को लॉकडाउन के दौरान एक अपार्टमेंट में आग लग जाने की घटना में मारे गए लोगों की याद में मोमबत्तियां लिए हुए लोगों ने सरकार द्वारा मनमाने लॉकडाउन के खिलाफ नारे लगाए. इस घटना में 10 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. बिल्डिंग में बढ़ते कोरोना की वजह से दर्जनों लोग बंद थे. लोगों का कहना है कि लॉकडाउन नहीं होता तो इतने लोगों की मौत नहीं होती, क्योंकि इतनी भारी तादाद में बिल्डिंग में नहीं रुकते.

जिनपिंग के इस्तीफे की मांग
शंघाई में शनिवार और रविवार को प्रदर्शनकारियों ने सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) और देश के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से इस्तीफा देने की मांग की. बीजिंग में प्रतिष्ठित सिंगहुआ यूनिवर्सिटी और नानजिंग में कम्यूनिकेशन यूनिवर्सिटी में भी छात्रों ने प्रदर्शन किया. ऑनलाइन अपलोड की गई तस्वीरों और वीडियो में छात्र उरुमकी हादसे के पीड़ितों के लिए मार्च करते हुए और विश्वविद्यालयों में प्रदर्शन करते हुए दिखाई दिए. सिंगहुआ यूनिवर्सिटी ने एक नए नोटिस में छात्रों से कहा कि अगर वे जनवरी की छुट्टियों के मद्देनजर घर जाना चाहते हैं तो जा सकते हैं.

चीन की नई चाल, भारत के खिलाफ पाकिस्तानी डिफेंस एक्पो में उतारे घातक हथियार

गौरतलब है कि चीन में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और रविवार को करीब 40,000 नए मामले सामने आए. लगातार पांचवें दिन बीजिंग में कोरोना वायरस के करीब 4,000 मामले सामने आए. चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि सोमवार को संक्रमण के 39,452 नए मामले आए, जिनमें 36,304 स्थानीय मामलों में मरीजों में बीमारी के लक्षण नहीं देखे गए. 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.