America के 'दूसरे शीत युद्ध' वाले बयान पर चीन का काउंटर अटैक, कहा- हमें बदनाम करने की कोशिश

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:May 27, 2022, 06:33 PM IST

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन (फाइल फोटो)

चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा, 'ब्लिंकन के बयान का मकसद चीन के विकास को रोकना और अमेरिका (America) का वर्चस्व कायम करना है.

डीएनए हिंदी: चीन (China) ने अमेरिकी विदेश एंटनी ब्लिंकन के उस बयान पर नाराजगी जतायी है जिसमें उन्होंने कहा था कि द्वितीय शीत विश्वयुद्ध के बाद की व्यवस्था में चीन ने एक बड़ा खतरा पैदा किया है. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि अमेरिका जानबूझकर गलत जानकारी फैला रहा है और चीन की घरेलू व विदेश नीति को बदनाम करने का प्रयास कर रहा है.

वांग वेनबिन ने कहा, 'ब्लिंकन के बयान का मकसद चीन के विकास को रोकना और अमेरिका (America) का वर्चस्व कायम करना है. हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं और इसे खारिज करते हैं..'' वांग ने कहा, ''अमेरिका जिस नियम आधारित व्यवस्था की वकालत करता है, उसे समझने वाले लोग जानते हैं कि ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है, बल्कि अमेरिका और कुछ अन्य देशों के बनाए हुए नियम हैं, जिनका मकसद अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था में अमेरिका का प्रभुत्व कायम रखना है.

ये भी पढ़ेंः डिफॉल्टर हो सकता है Pakistan, श्रीलंका से भी बदतर हो सकते हैं हालात

America दुनिया पर थोपना चाहता है अपना कानून
उन्होंने कहा कि अमेरिका अपने घरेलू कानून को अंतरराष्ट्रीय कानून से ऊपर रखता है और अपनी मर्जी के हिसाब से अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन करता है. ब्लिंकन ने अमेरिकी प्रशासन की चीन नीति को रेखांकित करते हुए 21वीं सदी में बीजिंग के साथ आर्थिक व सैन्य प्रतिस्पर्धा को लेकर तीन सूत्रीय दृष्टिकोण रखा था. उन्होंने कहा था, ''बीजिंग के दृष्टिकोण के चलते हम उन सार्वजनिक मूल्यों से दूर होते चले जाएंगे, जिन्होंने पिछले 75 वर्षों में दुनिया की प्रगति को बरकरार रखा है.'' 

उन्होंने कहा था कि अमेरिकी प्रशासन को लगता है कि चीन ने द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद एक बड़ा खतरा पैदा किया है. ब्लिंकन ने कहा था,'चीन एकमात्र ऐसा देश है, जो अंतरराष्ट्रीय और आर्थिक, कूटनीतिक, सैन्य व प्रौद्योगिकीय व्यवस्था को बदलने की मंशा रखता है. बीजिंग के दृष्टिकोण के चलते हम उन सार्वजनिक मूल्यों से दूर होते चले जाएंगे, जिन्होंने पिछले 75 वर्षों में दुनिया की प्रगति को बरकरार रखा है.'

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर

China America