2022 में खत्म हो जाएगी Corona महामारी,  WHO चीफ बोले - बस करना होगा ये काम 

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jan 03, 2022, 08:06 AM IST

WHO प्रमुख टेड्रोस अदानोम घेब्रेयसस (फाइल फोटो)

WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) के प्रमुख डॉ. टेड्रस अधनोम घेब्रेसियस ने कहा है कि 2022 कोरोना की महामारी का आखिरी साल हो सकता है.

डीएनए  हिंदीः  कोरोना महामारी को लेकर लोगों के मन में एक ही सवाल है कि आखिर ये खत्म कब होगी. इन सवालों के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO के निदेशक ने बड़ा बयान दिया है. WHO निदेशक डॉ. टेड्रस अधनोम घेब्रेसियस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने कहा कि लोगों को इस महामारी के 2022 के अंत तक निजात मिल सकती है. हालांकि उन्होंने कहा कि इसके लिए विकसित देशों को कदम उठाना होगा. उन्होंने कहा कि अगर कोरोना महामारी से दुनिया को निजात पाने में संक्रीर्ण राष्ट्रवाद और वैक्सीन की जमाखोरी बाधा बन सकते हैं. डॉ. टेड्रस ने कहा कि वैक्सीन की असमानता जितनी ज्यादा रहती है, वायरस के विकसित होने का जोखिम भी उतना ज्यादा होता है.  

कई देशों में एक फीसदी आबादी भी वैक्सीनेट नहीं
भारत सहित कई देश ऐसे हैं जहां 70 फीसदी से अधिक लोग पूरी तरह वैक्सीनेट हो चुके हैं. दूसरी तरफ दुनिया के कई देश ऐसे भी हैं जहां महज एक फीसदी आबादी को ही कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगी हैं. बुरुंडी, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कोन्गो, चाड और हैटी जैसे देशों में पूरी तरह से वैक्सीनेट लोगों की आबादी एक प्रतिशत से भी कम है. इसी पर चिंता जाहिर करते हुए डॉ. टेड्रस ने कहा कि इस असमानता से निपटने के बाद ही हम एक सामान्य जीवन में वापस लौटने की कल्पना कर सकते हैं. 

बूस्टर डोज से जोखिम हो सकता है कम
ओमिक्रॉन (omicron) के मामले पूरी दुनिया में तेजी से बढ़ रहे हैं. ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर डॉ. टेड्रस ने कहा कि ताजा आंकड़े बताते हैं कि अस्पतालों में दाखिल कोविड-19 के 80 फीसद से ज्यादा मामले वो हैं जिन्हें बूस्टर डोज नहीं दिया गया है.' यूके हेल्थ सेक्रेटरी एजेंसी (UKHSA) के मुताबिक, अस्पताल में दाखिल म्यूटेंट स्ट्रेन के 815 मामलों में से 608 को वैक्सीन का बूस्टर डोज नहीं दिया गया है. नया डेटा बताता है कि बूस्टर डोज से ओमिक्रॉन में हॉस्पिटलाइजेशन का जोखिम 88 फीसद तक कम हो सकता है.

ओमिक्रॉन कोरोना