डीएनए हिन्दी: पाकिस्तान (Pakistan) में महंगई (Inflation) बेतहाशा बढ़ रही है. प्रेट्रोलियम प्रॉडक्ट्स की कीमतों आसमान छू रही हैं. इसे लेकर जगह-जगह मारपीट की भी खबरें आ रही हैं. इस मुश्किल वक्त में वहां राजनीतिक अस्थिरता भी चरम पर है. पिछले कई महीनों से अपनी अर्थव्यवस्था को बचाए रखने के लिए पाकिस्तान (Pakistan) संघर्ष कर रहा है. ऐसे में पाकिस्तानी हुक्मरानों को यह डर सताने लगा है कि कहीं ग्लोबल डिफॉल्ट की वजह से पाकिस्तान का भी हाल श्रीलंका की तरह न हो जाए.
पाकिस्तान में निवेशक भी परेशान हैं. डिफॉल्ट से बचने के लिए पाकिस्तान को आईएमएफ (IMF) से बेलआउट पैकेज की जरूरत है. अगर आईएमएफ से मदद नहीं मिलती है और वह डिफॉल्टर होता है तो यह इतिहास में यह दूसरी बार होगा.
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बुधवार को दोहा में आईएमएफ के साथ बातचीत में पाकिस्तानी अधिकारियों ने स्वीकार किया कि बढ़ते कर्ज की वजह से हमारे देश का कई देशों के साथ व्यापार भी बंद हो सकता है. इस मुश्किल दौर में पाकिस्तान सरकार ने ईंधन की कीमतों को बढ़ाने का कड़ा फैसला भी लिया है. स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के ऐक्टिंग गवर्नर मुर्तजा सैय्यद ने कहा कि हमें विश्वास है हम इस संकट से जल्द निजात पा लेंगे. ये बातें उन्होंने दोहा में एक टीवी चैनल के साथ इंटरव्यू में कहीं.
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यह बातचीत ऐसे समय में हो रही है जब पाकिस्तानी आवाम महंगाई को लेकर संघर्ष कर रही है. वहीं हाल ही में प्रधानमंत्री के पद से हटे नेता ने अपने समर्थकों को लेकर इस्लामाबाद को घेर लिया है. वह सत्ता के लिए समय से पहले चुनाव की मांग कर रहे हैं.
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कोरोना महामारी, फाइनैंशल दिक्कतों के बाद अब रूस-यूक्रेन संकट की वजह से पाकिस्तान में महंगाई तेजी से बढ़ रही है. ऐसे समय में पाकिस्तान अपने कर्ज के रीस्ट्रक्चरिंग की तैयारी कर रहा है. पाकिस्तान आईएमएफ से 3 अरब डॉलर के बेलआउट की मांग कर रहा है. पाकिस्तान को अगर यह राहत मिलती है तो उसके विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी होगी, जिससे वह लोन डिफॉल्टर होने से बच पाएगा. अगर ऐसा नहीं हुआ तो उसकी और मुश्किलें बढ़ जाएंगी.
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Coeli Frontier Markets के पोर्टफोलियो मैनेजर लार्स जैकब ने कहा है कि पाकिस्तान की हालत अभी बेहद खराब है. पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और सरकार के बीच चल रहे हंगामे की वजह से आईएमएफ के साथ समझौते में दिक्कत पैदा हो सकती है. इमरान फिर से सत्ता चाहते हैं. वह बुधवार को अपने समर्थकों के साथ इस्लामाबाद पहुंच चुके हैं. इमरान खान की पार्टी की वजह से पूरे इस्लामाबाद में अशांति का माहौल है. गौरतलब है कि हंगामे को देखते हुए इस्लामाबाद में अशांति का माहौल है. इस्लामाबाद के रेड जोन इलाके में सेना को भी तैनात कर दिया गया है.
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