डीएनए हिंदी: Canada News- अगले सप्ताह दिल्ली में होने जा रहे जी-20 सम्मेलन के दौरान विवाद से बचने के लिए कनाडा ने खालिस्तानी अलगाववादियों पर शिकंजा कसने के संकेत दिए हैं. कनाडाई अधिकारियों ने अपने यहां एक स्कूल में होने जा रहे तथाकथित खालिस्तान रेफरेंडम (Khalistan Referendum) की परमिशन कैंसिल कर दी है. कनाडा ने इसके लिए जनमत संग्रह के प्रमोशन मटीरियल में हथियार को फीचर किए जाने को कारण बताया है. कथित खालिस्तान जनमत संग्रह का आयोजन 10 सितंबर को कनाडा के सरे शहर के तमनाविस सेकेंडरी स्कूल में किया जा रहा था. इसी दौरान कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडेऊ को दिल्ली में जी-20 सम्मेलन में भाग लेना है. पहले ही ट्रुडेऊ पर खालिस्तानी आतंकियों का समर्थन करने के आरोप लगते रहे हैं, जिसे भारत अपने घरेलू मामले में कनाडा का हस्तक्षेप मानता रहा है. ऐसे में ट्रुडेऊ के भारत दौरे के दौरान कनाडाई प्रशासन कोई नया विवाद खड़ा होने से बचना चाहता है. माना जा रहा है कि इसी कारण कथित जनमत संग्रह की परमिशन रद्द की गई है.
क्या कहा है स्कूल प्रशासन नेट
सरे स्कूल्स की एसोसिएट डायरेक्टर कम्युनिकेशन सर्विसेज रितिंदर मैथ्यू ने परमिशन कैंसिल होने की जानकारी दी है. उन्होंने कहा, डिस्ट्रिक्ट ने एक स्कूल का एक कम्युनिटी रेंटल कैंसिल कर दिया है, क्योंकि इस आयोजन में हमारे रेंटल एग्रीमेंट का उल्लंघन किया जा रहा था. मैथ्यू ने कहा, इवेंट के प्रमोशनल मटीरियरल में स्कूल की तस्वीर एक हथियार के साथ प्रदर्शित की जा रही है. स्कूल की तरफ से कई बार इस पर आपत्ति जताने के बाद भी इवेंट ऑर्गनाइजर्स ने इस तस्वीर को नहीं हटाया था. ये पोस्टर पूरे सरे में लगाए जा रहे थे और सोशल मीडिया पर पोस्ट हो रहे थे. इसी कारण हमने आयोजन की परमिशन रद्द कर दी है. इसकी जानकारी आयोजकों को दे दी गई है.
300 कनाडा वासियों के हत्यारे को समर्पित था जनमत संग्रह
ANI के मुताबिक, 10 सितंबर को होने जा रहा कथित जनमत संग्रह खालिस्तानी आतंकी तलविंदर सिंह परमार को समर्पित था, जो 300 से ज्यादा कनाडा वासियों की हत्या का जिम्मेदार है. कनाडा के ग्लोबल न्यूज की रिपोर्ट्स के मुताबिक, तलविंदर परमार की फोटो स्कूल परिसर में लगाई गई थी. कनाडा स्थित एअर इंडिया की इंक्वॉयरी टीम ने तलविंदर परमार को अपने एक विमान में बम विस्फोट को मास्टरमाइंड को तौर पर चिह्नित किया था.
हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ के बाद चिपकाए थे रेफरेंडम के पोस्टर
ऑस्ट्रेलिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले महीने यानी अगस्त की शुरुआत में कनाडा में कट्टरपंथियों ने एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की थी. तोड़फोड़ के बाद मंदिर में खालिस्तान रेफरेंडम के पोस्टर चिपकाए गए थे. यह घटना कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रॉविन्स में हुई थी. ऑस्ट्रेलिया टुडे ने इस घटना में चिपकाया गया पोस्टर भी सोशल मीडिया पर शेयर किया है, जिसमे लिखा है कि कनाडा के जांच अधिकारी 18 जून को हुई हत्या में भारत के रोल की जांच करेंगे. इस तोड़फोड़ का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
ऑस्ट्रेलिया टुडे की तरफ से शेयर वीडियो में नकाब पहने दो आदमी पोस्टर चिपकाने के बाद फोटो क्लिक करने के बाद भागते दिख रहे हैं. मंदिर के गेट पर लगे पोस्टर में आतंकी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स के चीफ और घोषित आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की फोटो लगी थी, जिसकी इस साल जून में हत्या कर दी गई थी. इस साल खालिस्तानी अलगाववादियों ने ऐसी कई हरकतें कनाडा में की हैं. इन सभी हरकतों में कड़े कदम नहीं उठाने के लिए भारत सरकार ने कनाडा सरकार से नाराजगी भी जताई थी.
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