Economic Crisis: ब्रिटेन के इस बड़े शहर का निकल गया दीवाला, कर्ज चुकाने के लिए भी नहीं बची रकम

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Sep 07, 2023, 03:47 PM IST

Bermingham City Council ने सभी तरह के खर्च बंद कर दिए हैं.

Recession in Britain: बर्मिंघम शहर की सिटी काउंसिल ने कहा है कि उसके पास आर्थिक संकट से उबरने के लिए पर्याप्त रिसोर्स नहीं बचे हैं. इसके चलते तत्काल सभी खर्च बंद किए जा रहे हैं.

डीएनए हिंदी: World News Hindi- दुनिया में चल रही आर्थिक मंदी की आहट के बीच ब्रिटेन का एक पूरा शहर दिवालिया घोषित हो गया है. ब्रिटेन के दूसरे सबसे बड़े शहर बर्मिंघम की सिटी काउंसिल (Bermingham City Council) ने आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी तरह के खर्च तत्काल प्रभाव से बंद करने की घोषणा की है. स्थानीय प्रशासन संभाल रही काउंसिल के अधिकारियों के मुताबिक, लाखों पाउंड की वार्षिक बजटीय कमी के कारण परिषद पूरी तरह से दिवालिया हो गई है. काउंसिल का कहना है कि उसके सामने गंभीर वित्तीय हालात पैदा हो गए हैं, क्योंकि उसे 'समान वेतन दायित्व' के लिए भी पैसा देना है, लेकिन उसके पास इसके लिए पैसा जुटाने के पर्याप्त रिसोर्स नहीं बचे हैं. 

काउंसिल ने लागू कर दी है धारा 114

सिटी काउंसिल के अंतरिम वित्त निदेशक फियोना ग्रीनवे ने लोकल गवर्नमेंट एक्ट की धारा 114 (3) के तहत एक रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट के बाद धारा 114 का नोटिस जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि बेसहारा लोगों की सुरक्षा और आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी तरह के नए खर्च बंद किए जा रहे हैं. काउंसिल की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, वित्त निदेशक की रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि की गई है कि समान वेतन दायित्व को पूरा करने के लिए हमारे पास पर्याप्त रिसोर्स नहीं हैं. साथ ही फिलहाल कोई अन्य तरीका भी मौजूद नहीं है. बयान में आगे कहा गया कि काउंसिल ने पहले ही खर्चों पर कंट्रोल घोषित कर रखा है. खर्चों पर सख्ती से लगाम लगाने के लिए इन्हें धारा 151 अधिकारी से मंजूर कराना अनिवार्य किया गया है. अब नए नोटिस को जारी करने का मतलब है कि सभी तरह के नए खर्च तत्काल प्रभाव से बंद किए जा रहे हैं.

यूरोपी का सबसे बड़ा स्थानीय निकाय है बर्मिंघम

बर्मिंघम की सिटी काउंसिल को सभी यूरोपीय देशों में सबसे बड़ा स्थानीय निकाय माना जाता है. बर्मिंघम सिटी काउंसिल में 100 काउंसिलर्स हैं. बर्मिंघम शहर के दिवालिया घोषित होने से ब्रिटिश सरकार में भी चिंता का माहौल है. ब्रिटिश सरकार के विभाग इस स्थिति से निपटने के लिए कोशिश कर रहे हैं. हाउसिंग एंड कम्युनिटीज (DLUHC) विभाग ने कहा कि हम हालिया महीनों के दौरान दबाव का सामना करने के लिए लगातार काउंसिल से संपर्क में बने हुए हैं. DLUHC ने आगे कहा, हमने काउंसिल के लीडर से लिखित में इस बात का आश्वासन देने का अनुरोध किया है कि काउंसिल की तरफ से जारी समान वेतन का फैसला टैक्सपेयर्स के पैसे का सही इस्तेमाल है. 

नागरिकों के लिए बेहद बुरी खबर: मेयर

बर्मिंघम के वेस्ट मिडलैंड्स रीजन की मेयर एंडी स्ट्रीट ने कहा कि दिवालिया होने की खबर नागरिकों के लिए बेहद बुरी है. देश के सामने पिछले दशक के दौरान आए बुरे दौर में स्थानीय निकायों को बेहद अप एंड डाउन का सामना करना पड़ा है, जिसके चलते उन्हें कई अहम कटौती से गुजरना पड़ा है. हालांकि सरकारी फंडिंग हालिया सालों में सुधरी है, लेकिन अब भी लोगों की अपेक्षाओं के मुताबिक सेवाएं संचालित करना असली चैलेंज बना हुआ है. 

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