Toshakhana Case: दोषी घोषित होने के बाद Imran Khan को रिमांड पर भेजा, हिंसा में 4 इमरान समर्थक मरे, सेना तैनात

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: May 10, 2023, 06:02 PM IST

imran khan (file photo)

What is Toshakhana Case: इमरान खान पर प्रधानमंत्री रहने के दौरान मिले तोहफों को तोशाखाने से सस्ते दाम पर लेकर महंगे दाम पर बेचने का आरोप है.

डीएनए हिंदी: Pakistan News- पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को तोशाखाना मामले में अदालत ने बुधवार को दोषी घोषित कर दिया है. अब उन्हें सजा सुनाई जाएगी, जिससे उनका जेल जाना तय हो गया है. अदालत ने फिलहाल उन्हें अल कादिर ट्रस्ट केस में पूछताछ के लिए राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (NAB) को 8 दिन के रिमांड पर सौंप दिया है. इसी मामले में इमरान खान मंगलवार को पाकिस्तानी रेंजर्स ने गिरफ्तार किए थे. उधर, इमरान की गिरफ्तारी के बाद पूरे पाकिस्तान में चल रहे हिंसक प्रदर्शन के दौरान खैबर पख्तूनख्वाह के पेशावर में 4 इमरान समर्थनक प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई है. इसकी पुष्टि करते हुए लेडी रीडिंग हॉस्पिटल के प्रवक्ता मोहम्मद आसिम ने बताया कि कम से कम 25 घायल भी अस्पताल में पहुंचे हैं. अब इमरान को दोषी घोषित करने से हालात और ज्यादा भड़कने के आसार बन गए हैं. अब तक 1,000 से ज्यादा इमरान समर्थकों की गिरफ्तारी हो चुकी है. हालात काबू में करने के लिए पाकिस्तानी पंजाब के बाद बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वाह प्रांतों ने भी सेना को तैनात करने की मांग की है, जिसे पाकिस्तानी गृह मंत्री ने मंजूर करते हुए आदेश जारी कर दिए हैं.

पेशावर में रेडियो पाकिस्तान की बिल्डिंग पर हमला कर आग लगाई

इमरान खान समर्थकों की भीड़ ने पेशावर में रेडियो पाकिस्तान की बिल्डिंग पर हमला कर दिया है. रेडियो पाकिस्तान के महानिदेशक ताहिर हुसैन ने एक निजी न्यूज चैनल को बताया कि भारी संख्या में लोगों की भीड़ ने हमला किया और अंदर घुसने की कोशिश की है. अंदर घुसने में फेल होने पर भीड़ ने बिल्डिंग में आग लगा दी है.

इमरान के वकील ने कहा, अदालत का फैसला गलत, सुप्रीम कोर्ट जाएंगे

इमरान खान के वकील शेर अफजल मारवत ने अदालत के फैसले को गलत बताया है. उन्होंने कहा कि न्यू पुलिस लाइन गेस्ट हाउस में अल-कादिर ट्रस्ट मामले की सुनवाई के बाद तोशाखाना केस में फैसला सुनाया गया. उन्होंने कहा, यह फैसला इमरान खान की तरफ से सुनवाई कर रहे जज में विश्वास नहीं होने की बात कहकर सुनवाई का बॉयकॉट करने के बाद सुनाया गया है. उन्होंने कहा, हम हाई कोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट के सामने रखेंगे. 

इमरान को किया गया बुरी तरह टॉर्चर!

इमरान के वकील ने उन्हें कल रात गिरफ्तारी के बाद बुरी तरह टार्चर करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि इमरान को बुरी रात जगाकर एक बेहद गंदे कमरे में रखा गया. यहां तक कि उन्हें एक बेड भी मुहैया नहीं कराया गया. उन्होंने कहा कि इमरान की तरफ से सुनवाई कर रहे वकील ने बताया कि उन्हें एक बेड भी मुहैया नहीं कराया गया. इमरान ने चीफ जस्टिस आमिर फारुक पर इमरान को दोषी घोषित कर दिया है.

गिरफ्तारी पर बवाल से नीचे गिरी पाकिस्तानी करेंसी

इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पूरे पाकिस्तान में मचे बवाल का असर वहां के बाजार पर भी पड़ा है. अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तानी रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले करीब 1.3 फीसदी गिर गया है. बुधवार को 1 डॉलर के बदले 288.5 पाकिस्तानी रुपये की कीमत दर्ज की गई, जो पाकिस्तानी करेंसी के लिए आज तक का सबसे निम्नतम स्तर है. 


क्या है तोशाखाना केस, जिसमें इमरान को हो रही सजा

तोशाखान पाकिस्तान में स्टेट डिपॉजिटरी यानी सरकारी ट्रेजरी को कहते हैं. पाकिस्तानी कानून के तहत प्रधानमंत्री को दूसरे देश के राजनयिकों या सम्मानित व्यक्तियों से मिलने वाले तोहफे पर पाकिस्तानी सरकार का हक होता है. इन तोहफों को तोशाखाना में जमा कराया जाता है, यदि कोई प्रधानमंत्री ये तोहफे अपने पास रखना चाहता है तो उसे नीलामी की प्रक्रिया के जरिये इन्हें तोशाखाना से खरीदना पड़ता है और बदले में तय रकम का भुगतान करना पड़ता है. इमरान खान पर इस पूरी प्रक्रिया में गड़बड़ी करने और साल 2018-22 के दौरान प्रधानमंत्री रहते हुए मिले तोहफों की खरीद-फरोख्त में भ्रष्टाचार करने का आरोप है. इमरान खान को करीब 14 करोड़ रुपये के 58 तोहफे इन तीन साल के दौरान मिले थे. आरोप है कि इमरान ने इन तोहफों को नियमों में बदलाव कर तोशाखाना से महज 2.15 करोड़ रुपये के सस्ते दाम में खरीद लिया और फिर करीब 5.8 करोड़ रुपये के मुनाफे पर आगे महंगे दामों पर बेच दिया. 

मौजूदा सरकार आने पर खुली पोल, सत्ताधारी पार्टी ने दर्ज कराई शिकायत

इमरान खान के इस कथित भ्रष्टाचार की पोल शाहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली मौजूदा पाकिस्तानी सरकार के सत्ता संभालने पर खुली. सत्ताधारी पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (PMLN) के एक सदस्य ने पिछले साल अगस्त में इसे लेकर शिकायत की. पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के स्पीकर राजा परवेज अशरफ ने इस मामले की जांच शुरू कराई. जांच में ये आरोप सही पाए गए.

इमरान से सत्ता के बाद संसद सदस्यता भी छिनी

जांच में आरोप सही पाए जाने पर इमरान खान से सत्ता के बाद नेशनल असेंबली यानी पाकिस्तानी संसद की सदस्यता भी छीन ली गई. पाकिस्तान चुनाव आयोग ने इमरान पर चुनाव अधिनियम, 2017 के प्रावधानों का उल्लंघन करने और गलतबयानी करने का आरोप लगाया. इसके बाद पाकिस्तानी संविधान के अनुच्छेद 63 (1) (P) के तहत संसद सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया गया. उन पर अपनी संपत्तियों की गलत जानकारी देने का भी आरोप है. हालांकि इमरान खान का कहना है कि ये तोहफे उन्हें निजी हैसियत से मिले थे, इसलिए उन्हें इनको अपने पास रखने का हक है. उन्होंने सत्ताधारी पार्टी पर राजनीतिक बदले के तहत अपने खिलाफ बेबुनियाद केस चलाने का भी आरोप लगाया था. 

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