डीएनए हिंदी: World News in Hindi- आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता को लेकर वैश्विक मंचों पर कई बार बेपर्दा हो चुके पाकिस्तान का दोगला चेहरा फिर से सामने आया है. भारत की तरफ से आतंकी हाफिज सईद के प्रत्यर्पण की मांग पर पाकिस्तान ने साफ इंकार कर दिया है. पाकिस्तान ने भारत की तरफ से यह आग्रह मिलने की पुष्टि की है, लेकिन साथ ही यह कहकर भारतीय मांग को खारिज कर दिया है कि दोनों देशों के बीच ऐसी कोई द्विपक्षीय प्रत्यर्पण संधि नहीं है, जिसके तहत सईद की कस्टडी भारत को सौंपी जा सके. आतंकी संगठन लश्कर-ए-ताइबा की स्थापना करने वाला हाफिज सईद साल 2008 के मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड है. साथ ही अमेरिका की तरफ से भी उसे वैश्विक आतंकी घोषित किया जा चुका है. मुंबई हमले के अलावा भी कई अन्य मामलों में भारतीय जांच एजेंसियों ने उसे वांटेड घोषित किया हुआ है.
विदेश मंत्रालय ने प्रत्यर्पण का आग्रह भेजने का किया था दावा
विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को दावा किया था कि आतंकी हाफिज सईद के प्रत्यर्पण के लिए पाकिस्तान से आग्रह किया गया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था कि सईद के प्रत्यर्पण का लिखित आग्रह हाल ही में इस्लामाबाद भेजा गया है, जिसके साथ विभिन्न दस्तावेज भी लगाए गए हैं.
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हाफिज सईद को सुनाई गई है 33 साल की सजा
हाफिज सईद को पाकिस्तान की एक एंटी टेरररिज्म कोर्ट ने अप्रैल 2022 में 33 साल की सजा सुनाई थी. यह सजा टैरर फंडिंग से जुड़े दो मामलों में संयुक्त रूप से सुनाई गई थी. हालांकि माना यह जाता है कि यह सजा पाकिस्तान ने महज इंटरनेशनल दबाव को कम करने के लिए दिखावे के तौर पर सुनाई है. सईद अब भी पाकिस्तान में स्वतंत्र व्यक्ति की तरह काम कर रहा है. हाल ही में सईद के बेटे ने पाकिस्तान के आगामी आम चुनावों में कैंडिडेट के तौर पर खड़ा होने की भी घोषणा की है.
अमेरिका ने रखा हुआ है 1 करोड़ डॉलर का इनाम
26/11 Mumbai Attack में हाफिज सईद का हाथ होने की पुष्टि होने के बाद अमेरिका ने भी उसके खिलाफ कार्रवाई की है. भारत के मोस्ट वॉन्टेड आतंकी सूची में शामिल सईद को अमेरिका ने वैश्विक आतंकी घोषित किया है. साथ ही उसके सिर पर 1 करोड़ डॉलर का इनाम भी घोषित किया हुआ है. इसके बावजूद पाकिस्तानी सरकार के संरक्षण के कारण सईद उनके देश में स्वतंत्र नागरिक की तरह घूमता रहा है.
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