Russia Ukraine War: यूक्रेन के लिए कैसी बीती रात, रूस ने बताया 'सफल रहा हमले का पहला दिन'

| Updated: Feb 25, 2022, 07:57 AM IST

Kashmiri student stuck in ukraine

यूक्रेनी सैन्य ठिकानों के आसपास रहने वाले नागरिकों ने खुद को बंकरों में छिपा लिया.

डीएनए हिंदीः रूस के हमले से यूक्रेन (Russia Ukraine War) पूरी तरह तबाह होता दिख रहा है. गुरुवार को रूस की सेना ने यूक्रेन के चुन-चुनकर सैन्य ठिकाने तबाह कर दिया. यूक्रेन के लोगों के लिए यह रात काफी दहशत भरी रही. रूसी सेना ने दिन में ही राजधानी कीव के कई सैन्य ठिकानों को हवाई हमले में ध्वस्त कर दिया था. रात होते-होते यूक्रेनी सैन्य ठिकानों के आसपास रहने वाले नागरिकों ने खुद को बंकरों में छिपा लिया. राजधानी कीव में कर्फ्यू के बाद भी लोग सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए भागते नजर आए. यूक्रेन में किराना दुकानों में खाने-पीने का सामान लगातार खत्म हो रहा है. देर रात तक लोग दवाई और जरूरी चीजों के लिए दुकानों के बाहर लाइन लगाते दिखे. 

रूस ने सफल बताया पहला
रूस ने यूक्रेन पर हमले के पहले दिन को सफल बताया है. रूस के कहना है कि हवाई हमलों में यूक्रेन के अधिकांश सैन्य ठिकाने पूरी तरह तबाह हो चुके हैं. रूसी सेना यूक्रेन के काफी अंतर तक पहुंच चुकी है. राजधानी कीव को जल्द पूरी तरह कब्जे में ले लिया जाएगा. रूस का कहना है कि हम पहले ही साफ कर चुके थे कि हम युद्ध नहीं चाहते हैं. हमने यूक्रेन को मौका दिया था जो उसने गंवा दिया. 

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शुक्रवार को दिन हो सकता है और खराब
यूक्रेन के अधिकारियों का कहना है कि शुक्रवार रूसी हमले का सबसे खराब दिन हो सकता है. इसमें एयरस्ट्राइक, जमीनी हमले, घेराव आदि शामिल होगा. यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की का कहना है कि यूक्रेन को रूस से युद्ध के लिए अकेला छोड़ दिया गया है. यूक्रेन फोर्स इस वक्त तीन तरफ से रूसी सेना का सामना कर रही है. रूसी सेना जमीन, हवा और पानी तीनों से वार किया जा रहा है. हजारों लोग अपना घर छोड़ने को मजबूर हो गए हैं.

भुखमरी और लूटपाट की आशंका
यूक्रेन में जिस तरह से गोलाबारी चल रही है उसे देखते हुए आशंका जताई जा रही है कि अगर जंग कुछ दिन और चली तो यूक्रेन में  भुखमरी के हालात पैदा हो सकते हैं. कई दुकानों में सामान की किल्लत पहले ही दिन शुरू हो गई है. ऐसे में यहां लूटपाट की भी आशंकाएं हैं. शहरों में पुलिस को सुरक्षा बलों के रूप में लेने के कारण कानून-व्यवस्था की स्थिति भी बेहद खराब है.