डीएनए हिंदीः कोरोना वायरस (Corona Virus) के ओमिक्रॉन (Omicron) वेरिएंट ने दुनिया के कई देशों में कहर बरपाया हुआ है. ब्रिटेन और फ्रांस का नाम दुनिया के उन देशों में है जहां COVID-19 के रिकॉर्ड मामले सामने आ रहे हैं. फ्रांस इस महामारी के प्रकोप के बाद से 10 मिलियन से अधिक कोविड-19 संक्रमणों की रिपोर्ट करने वाला दुनिया का छठा देश बन गया है. अब फ्रांस में नए वेरिएंट B.1.640.2 जिसे अस्थाई रूप से IHU कहा जा रहा है ने चिंता बढ़ा दी है. इस वेरिएंट के अब तक 12 मामले सामने आ चुके हैं. इस वेरिएंट की खोज फ्रांस में IHU Mediterranee Infection Institute के शिक्षाविदों ने की है. उनके मुताबिक यह अब तक 46 बार म्यूटेट हो चुका है.
नया IHU वेरिएंट क्या है?
इस वेरिएंच के बारे में अभी कम ही जानकारी सामने आई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि फ्रांस में मार्सिले क्षेत्र में 12 लोगों में इसकी पुष्टि हुई है. वैज्ञानिकों का कहना है कि यह वेरिएंट अब तक 46 बार म्यूटेट हो चुका है जो ओमिक्रॉन की तुलना में काफी ज्यादा है. इसका पहला मामला एक व्यक्ति से सामने आया था जो अफ्रीकी देश कैमरून से आया था. रोगी को कथित तौर पर बाद में टीका लगाया गया था. IHU वेरिएंट कथित तौर पर N501Y म्यूटेंट को ले जाने वाले खतरा को दर्शाता है जो अल्फा वेरिएंट में मौजूद था. वैज्ञानिकों का मानना है कि नए स्ट्रेन में E484K म्यूटेशन भी होता है जो इसे वैक्सीन-प्रतिरोधी बनाता है.
क्या है WHO की राय?
नवंबर में इस वेरिएंट के पहला मामला सामने आया था. जिसके बाद से विश्व स्वास्थ्य संगठन इस पर नजर बनाए हुए है. WHO के आब्दी महमूद ने कहा कि नया वेरिएंट संयुक्त राष्ट्र के स्वास्थ्य निकाय के रडार पर है. नए वेरिएंट की पहचान उसी समय के आसपास की गई थी जब ओमीक्रॉन था. हालांकि अभी नए वेरिएंट को लेकर शोथ जारी है. यह वेरिएंट कितना खतरनाक होगा इसकी जानकारी अध्ययन के बाद ही चलेगी.