डीएनए हिंदी: नेपाल सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अहम निर्णय लिया है. सरकार ने सरकारी कार्यालयों, होटलों, सिनेमा हॉल, स्टेडियम और घरेलू उड़ानों जैसे सार्वजनिक स्थानों में प्रवेश करने के लिए 'वैक्सीनेशन कार्ड' अनिवार्य करने का निर्णय लिया है.
COVID क्राइसिस मैनेजमेंट सेंटर की प्रवक्ता सुनीता नेपाल ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया, यह कार्ड 17 जनवरी से लागू किया जा सकता है. CCMCC ने यह सिफारिश करने का भी निर्णय लिया है कि गृह मंत्रालय 17 जनवरी से लोगों को सार्वजनिक सेवाओं के लिए टीकाकरण कार्ड अनिवार्य करे.
निर्णयों के अनुसार, सार्वजनिक स्थानों जैसे कार्यालय, होटल, रेस्तरां, सिनेमा हॉल, स्टेडियम, हवाई अड्डे और पार्कों में प्रवेश करने के लिए लोगों को अपने मोबाइल फोन पर टीकाकरण कार्ड या अपनी तस्वीरें दिखानी होंगी. कोविड -19 क्राइसिस मैनेजमेंट सेंटर ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कई उपायों की सिफारिश करने का फैसला किया है.
इसने यह अनुशंसा करने का भी निर्णय किया कि गृह मंत्रालय अपनी सिफारिश को लागू करने के लिए स्थानीय अधिकारियों को सर्कुलर जारी करे. संबंधित मंत्रालय के निर्णय लेने के बाद इसकी सिफारिश लागू हो जाएगी. CCMCC ने यह भी सिफारिश की है कि सरकार 29 जनवरी तक स्कूलों को बंद करे.
समिति द्वारा की गई 13 सिफारिशों में से एक में कहा गया है कि सभी बेसिक और सेकंडरी स्कूल अभिभावकों को 29 जनवरी तक अपने बच्चों को नहीं भेजने के लिए नोटिस जारी करें. छुट्टी के दौरान 12 से 17 वर्ष के बच्चों को टीके लगाने की भी सिफारिश की है. सरकारी निकाय ने रविवार को 25 से अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध की सिफारिश करने का फैसला किया है.
द काठमांडू पोस्ट के अनुसार, नेपाल में पिछले 24 घंटों में 841 नए कोरोनोवायरस मामले दर्ज किए गए. देशभर में संक्रमण की संख्या 832,589 हो गई है इसके साथ ही 11,604 लोगों की मौत हुई है. देश में सक्रिय मामलों की संख्या 6,755 है. नेपाल के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अब तक 814,230 संक्रमित लोग इस बीमारी से उबर चुके हैं.
देश में ओमिक्रॉन के मामलों में भी अचानक वृद्धि देखी जा रही है. शुक्रवार को नेपाल के स्वास्थ्य मंत्रालय ने 24 नए मामलों की पुष्टि की. इससे पहले दिसंबर में ओमिक्रॉन के तीन मामले सामने आए थे.