डीएनए हिंदी: इमरान खान अब विपक्ष में हैं लेकिन अब तक सत्ता गंवाने की टीस उनके मन में है. पेशावर में एक रैली में उन्होंने मौजूदा सरकार और शहबाज शरीफ पर निशाना साधा है. उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव की पूरी प्रक्रिया पर सुप्रीम कोर्ट के रूख पर भी सवाल खड़े किए हैं. इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि वह पिछले 45 साल से सार्वजनिक जीवन जी रहे हैं और उनकी छवि बेदाग रही है.
न्यायपालिका की भूमिका पर उठाए सवाल
सत्ता खोने के बाद पेशावर में रैली में खान ने सीधे न्यायपालिका पर सवाल खड़े किए थे. उन्होंने पूछा, 'मैं न्यायपालिका से पूछता हूं कि आपने आधी रात में कोर्ट क्यों खोला? यह देश मुझे 45 साल से जानता है. मैंने कभी कोई कानून तोड़ा है? जब मैंने क्रिकेट खेला तो क्या कभी किसी ने मुझ पर मैच फिक्सिंग का आरोप लगाया था? हर बार जब कोई प्रधानमंत्री पद से हटाया जाता था तो लोग खुशी मनाते थे. इस बार जब मुझे पद से हटाया गया तो जनता ने विरोध दर्ज किया है.'
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अमेरिकी साजिश का राग फिर अलापा
इमरान खान ने एक बार फिर दोहराया कि पाकिस्तान में पीटीआई सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए अमेरिका ने खास तौर पर मदद की है. उन्होंने कहा, 'विपक्षी दलों की मदद से वॉशिंगटन में विदेशी साजिश रची गई थी.' पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन लोगों ने साजिश रची है, वे बहुत खुश हैं कि उन्हें सरकार से बेदखल कर दिया गया है.
विपक्ष को चेताया, देश के लिए लड़ूंगा
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि वह देश के लिए जीते हैं और इसके लिए अपना सब कुछ दांव पर लगाने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा, 'जब मैं सरकार का हिस्सा था तब मैं खतरनाक नहीं था. मैंने दुर्भावना के साथ कोई काम नहीं किया था. अब मैं और अधिक खतरनाक हो जाऊंगा. पाकिस्तान कभी भी एक आयातित सरकार को स्वीकार नहीं करेगा. लोगों ने इस कदम के खिलाफ प्रदर्शन करके दिखा दिया है कि वे क्या चाहते हैं.'
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