India China Faceoff: चीन बोला- भारतीय सेना हमारी सीमा में घुसी, तवांग घुसपैठ में अब तक क्या हुआ, जानिए 10 पॉइंट्स

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Dec 13, 2022, 08:04 PM IST

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Indian Chinese Soldiers Faceoff: चीनी सैनिकों ने 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में घुसपैठ की, जहां भारतीय सैनिकों से उनकी भिड़ंत हुई थी.

डीएनए हिंदी: अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के तवांग सेक्टर (Tawang Sector) में चीनी सेना ने अपने सैनिकों के घुसपैठ की खबरों को नकार दिया है. भारत की तरफ से मंगलवार को इस मुद्दे पर लगातार बयान सामने आए. संसद में भी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajneath Singh) ने स्थिति स्पष्ट की. इसके बाद चीन ने भी अपना मुंह खोला है. पहले चीनी राजनयिकों ने झड़प की बात मानी और कहा कि अब हालात स्थिर हैं और दोनों पक्षों ने कूटनीतिक वार्ता से मामला सुलझा लिया है, लेकिन मंगलवार शाम को चीनी सेना के हवाले से AFP न्यूज एजेंसी ने कहा कि भारतीय सैनिकों ने हिमालय में विवादित सीमा को अवैध तरीके से पार किया था. पिछले सप्ताह चीनी सैनिकों ने जब उन्हें ऐसा करने से रोका तो दोनों पक्षों के बीच एक ताजा गतिरोध पैदा हो गया है. चीनी सेना के इस बयान को अरुणाचल प्रदेश को 'दक्षिणी तिब्बत' बताए जाने के उनके दावे से जोड़कर देखा जा रहा है, जिसके तहत वह इस राज्य पर भारत का अवैध कब्जा बताता रहता है.

आइए 10 पॉइंट्स में जानते हैं कि इस घटनाक्रम में अब तक क्या हुआ है:

1. चीन के 200 सैनिक यांगत्से के पास भारतीय सीमा में घुसे

चीनी सेना के 200 सैनिकों ने 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में यांगत्से (Yangste) में घुसपैठ की. भारतीय जवानों ने उन्हें रोका, जिस पर दोनों पक्षों में हाथापाई हो गई. चीनी सैनिकों ने तार लिपटे कंटीले बेसबॉल बैट आदि से हमला किया, जिसका भारतीय जवानों ने जवाब दिया. दोनों तरफ से सैनिक घायल हुए हैं. भारतीय सेना ने 6 जवानों के घायल होने की जानकारी दी है, जिन्हें गुवाहाटी के बशिष्ठ इलाके (Guwahati Basistha Area) में 151 बेस हॉस्पिटल में इलाज के लिए एयरलिफ्ट किया गया है. चीनी सेना ने अपने सैनिकों के घायल होने की ऑफिशियल पुष्टि नहीं की है. भारतीय सेना के एडजुटेंट जनरल लेफ्टिनेंट जनरल सीबी पोनप्पा ने मंगलवार को कहा कि हालात अब नियंत्रण मैं हैं. दोनों तरफ से सैनिकों को माइनर इंजरी हुई है. 

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1. आपसी बातचीत के बाद विवाद सुलझा, दोनों पक्ष पीछे हटे

केंद्र सरकार ने बताया कि विवाद के बाद दोनों पक्षों ने तत्काल एरिया खाली कर दिया. घटना के बाद पहले से तय मैकेनिज्म के तहत हमारे एरिया कमांडर अपने चीनी समकक्ष के साथ इस मुद्दे पर फ्लैग मीटिंग कर रहे हैं ताकि शांति और स्थिरता कायम रह सके. सरकार ने कहा, तवांग सेक्टर में LAC पर कुछ इलाकों में स्थानीय कारकों के कारण दोनों पक्ष दावा करते हैं और इन इलाकों में गश्त भी करते हैं. यह ट्रेंड साल 2006 से चला आ रहा है.

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2. LAC पर 24 महीने बाद हुआ भारत-चीन का गंभीर टकराव

तवांग सेक्टर में दोनों पक्षों के बीच हुई हाथापाई पूर्वी लद्दाख (eastern Ladakh) में साल 2020 में शुरू हुए गतिरोध में करीब 24 महीने में पहला गंभीर मामला है. पूर्वी लद्दाख में चीनी सेना के घुसपैठ करने के बाद गलवान घाटी (Glwan Valley Clash) में टकराव के दौरान दोनों तरफ के सैनिक मारे गए थे. इसके बाद आखिरी बार अगस्त 2020 में पूर्वी लद्दाख के रिचेंन ला (Rinchen La) इलाके में दोनों पक्षों में गंभीर भिड़ंत हुई थी. यांगत्से के करीब पिछले साल अक्टूबर में भी भारत और चीनी सैनिक आपस में भिड़ गए थे, लेकिन वह मामूली भिड़ंत थी, जिसे दोनों पक्षों के स्थानीय कमांडरों ने बातचीत से सुलझा लिया था.

3. चीनी सेना ने भेजे ड्रोन, भारतीय फाइटर जेट ने खदेड़े

चीनी सेना ने तवांग सेक्टर में अपने ड्रोन विमानों के जरिये भारतीय सेना की टोह लेने की भी कोशिश की. ये घटना भी 9 दिसंबर को चीनी सेना की घुसपैठ से पहले की बताई जा रही है. हालांकि भारतीय चौकियों की तरफ बढ़ रहे इन ड्रोन्स को भारतीय Su-30MKI फाइटर जेट्स ने तत्काल एक्टिव होते हुए कड़ा जवाब दिया और वापस खदेड़ दिया.

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4. अरुणाचल के सीएम बोले- यह 1962 वाला भारत नहीं

तवांग सेक्टर के यांगत्से इलाके में चीनी सैनिकों की घुसपैठ के बाद अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने बड़ी चेतावनी दे दी है. उन्होंने चीन का नाम लिए बिना कहा, यह 1962 का भारत नहीं है. अगर किसी ने सीमा में घुसने का दुस्साहस किया तो उसे करारा जवाब मिलेगा. हमारी वीर भारतीय सेना ईंट का जवाब पत्थर नहीं लोहे से दे रही है. खांडू ने कहा, झड़प वाला इलाका मेरे विधानसभा क्षेत्र में आता है. मैं हर साल इस इलाके में सेना के जवानों और ग्रामीणों का हौसला बढ़ाता हूं.

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5. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- चीनी सैनिक खदेड़ दिए गए

संसद में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूरे मामले की जानकारी दी है. उन्होंने कहा, चीनी सेना ने तवांग सेक्टर में घुसपैठ के जरिये यथास्थिति बदलने की कोशिश की. इसका भारतीय जवानों ने करारा जवाब देते हुए उन्हें वापस खदेड़ दिया है. उन्होंने कहा, इस झड़प में दोनों तरफ के सैनिक घायल हुए हैं, लेकिन किसी भी भारतीय जवान को कोई गंभीर चोट नहीं लगी और ना ही किसी की शहादत हुई है. 

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6. चीनी विदेश मंत्रालय बोला- हालात नियंत्रण में, वार्ता जारी

चीनी सैनिकों की घुसपैठ को लेकर भारत के बयान पर चीन ने भी प्रतिक्रिया दी है. चीनी विदेश मं भारत से लगी सरहद पर हालात स्थिर हैं. चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश में LAC पर हालात कंट्रोल में हैं. मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि इस मुद्दे पर भारत के साथ सैन्य और डिप्लोमेटिक लेवल पर वार्ता चल रही है.

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7. कांग्रेस बोली- रक्षा मंत्री ने दिया अधूरा बयान

तवांग में चीनी घुसपैठ को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है. कांग्रेस ने कहा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीनी-भारत बॉर्डर (Sino-India border) पर तवांग में हुई भिड़ंत को लेकर संसद में जो बयान दिया है, वह अधूरा है. कांग्रेस ने सरकार पर देश से सच्चाई छिपाने का आरोप लगाया है. AICC महासचिव जयराम रमेश ने कहा, कांग्रेस सीमा पर चीनी हरकतों को लेकर सरकार को जगाने की कोशिश करती रही है, लेकिन मोदी सरकार अपनी राजनीतिक छवि को बचाने के लिए इस पर चुप्पी साधे हुए है.

8. कांग्रेस अध्यक्ष ने बुलाई विपक्षी दलों की बैठक

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Congress President Mallikarjun Kharge) ने इस मुददे पर विपक्षी एकता के जरिये सरकार पर दबाव बनाने की रणनीति बनाई है. इसके लिए उन्होंने बुधवार सुबह 10 बजे सभी विपक्षी दलों की साझा बैठक आयोजित की है, जिसमें सभी दलों के पहुंचने की संभावना है. खड़गे ने इससे पहले ट्वीट में भारतीय जवानों की चीन को सबक सिखाने के लिए प्रशंसा की है. साथ ही कहा है कि मोदी सरकार को इस मुद्दे पर ज्यादा 'ईमानदार' होना चाहिए.

9. ओवैसी ने केंद्र सरकार में बताया 'कमजोर केंद्रीय नेतृत्व'

AIMIM अध्यक्ष व हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी (AIMIM president Asaduddin Owaisi) ने इस मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरा है. उन्होंने केंद्र सरकार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 'कमजोर राजनीतिक नेतृत्व' होने का आरोप लगाया, जो चीन के खिलाफ भारतीय शोषण को बढ़ावा दे रहा है.

10. अरुणाचल के भाजपा सांसद बोले- चीनी सैनिकों में घायल ज्यादा

अरुणाचल प्रदेश की ईस्ट लोकसभा सीट से भाजपा सांसद तापिर गाव (Arunachal Pradesh BJP MP Tapir Gao) ने कहा है कि यह घटना बेहद निंदनीय है. भारतीय जवान सीमा से एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगे. कुछ भारतीय जवान घायल हुए हैं, लेकिन चीनी PLA में घायलों की संख्या ज्यादा है. 

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