'आपको नहीं दिया हम पर दादागिरी का लाइसेंस' विवादों के बीच चीन से लौटे मालदीव के राष्ट्रपति ने फिर दिखाए भारत विरोधी तेवर

Written By कुलदीप पंवार | Updated: Jan 13, 2024, 07:40 PM IST

Maldives President Muizzu ने चीन से लौटकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की है, जिसमें भारत पर निशाना साधा है.

India Maldives Row Updates: भारत में मालदीव बायकॉट ट्रेंड पर है. इसके चलते मालदीव के राष्ट्रपति खुद अपने देश में विरोध का सामना कर रहे हैं. इसके बावजूद चीन से लौटते ही उन्होंने फिर भड़काऊ बयान दे दिया है.

डीएनए हिंदी: India Maldives Relations Updates- भारत और मालदीव के बीच कूटनीतिक विवाद चरम पर होने के बीच एक बार फिर वहां के राष्ट्रपति ने तीखे तेवर दिखाए हैं. चीन के 5 दिन लंबे दौरे से लौटते ही मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू ने शनिवार को कहा कि किसी भी देश को द्वीपीय देश (मालदीव) पर 'दादागिरी' दिखाने का हक नहीं है. हालांकि मुइज्जू ने सीधे तौर पर भारत का नाम नहीं लिया है, लेकिन उनका यह बयान भारत के खिलाफ ही माना जा रहा है. दरअसल भारत में इस समय मालदीव बायकॉट ट्रेंड कर रहा है. यह ट्रेंड मालदीव सरकार के कई मंत्रियों की तरफ से भारत विरोधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज वाले बयान दिए जाने के बाद शुरू हुआ है. इससे मालदीव में बेहद चिंता फैल गई है, क्योंकि वहां की टूरिज्म आधारित अर्थव्यवस्था में भारतीय टूरिस्ट्स का बड़ा योगदान माना जाता है.

मुइज्जू ने कही यह बात

मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू पांच दिन से चीन के दौरे पर थे. उन्होंने अपने देश  वापस लौटते ही भारत को धमकी देने वाले तेवर दिखाए. मुइज्जू ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, हम भले ही छोटे हैं, लेकिन इससे आपको हमें धमकाने का लाइसेंस नहीं मिल जाता. पिछले साल अक्टूबर में 'भारत विरोध' का कैंपेन चलाकर ही मुइज्जू ने चुनावी जीत हासिल की थी. उन्होंने अपने वोटर्स से कहा था कि जीतने पर वे अपने देश में मौजूद भारतीय सेना के जवानों को वापस भेज देंगे. इसके बाद से ही वे लगातार भारत विरोधी रुख अपनाए हुए हैं. यहां तक कि मालदीव के राष्ट्रपति का सबसे पहला दौरा भारत का करने की परंपरा का भी मुइज्जू ने पालन नहीं किया है. वे भारत आने की बजाय अब तक चीन, तुर्की समेत 3 देशों में जा चुके हैं.

पीएम मोदी के लक्षद्वीप की तारीफ करने पर भड़का था विवाद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में लक्षद्वीप का दौरा किया था. उन्होंने देशवासियों से समुद्र तट का मजा लेने के लिए विदेश जाने के बजाय लक्षद्वीप का दौरा करने की अपील की थी. पीएम मोदी के इस बयान को मालदीव सरकार के मंत्रियों ने द्वीपीय देश से टूरिस्ट्स छीनने की कोशिश के तौर पर देखा था. तीन मंत्रियों ने पीएम मोदी, भारतीय होटलों आदि पर असभ्य टिप्पणी की थी, जिससे विवाद भड़क गया था. भारत की तरफ से मालदीव के सामने यह मुद्दा उठाए जाने पर 7 जनवरी को तीनों मंत्री सरकार से निलंबित कर दिए गए थे. हालांकि तब तक इसके चलते भारत में मालदीव के खिलाफ विरोध भड़क गया था. मालदीव के विपक्षी दलों ने भारत को अपने देश का संकट का साथी बताया था. साथ ही इस पूरे विवाद के लिए राष्ट्रपति मुइज्जू की सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने का दावा किया था.

मुइज्जू ने चीन में भी दिखाए थे भारत विरोधी तेवर

मालदीव के मंत्रियों के बाद भारतीय भड़क गए थे. बहुत सारे लोगों ने मालदीव दौरे के लिए अपनी पहले से बुक ट्रिप कैंसिल कर दी थी. इससे मालदीव टूरिज्म को बड़े पैमाने पर झटका लगा था. हालांकि अपने विपक्षी दलों के भारत के समर्थन में आने के बावजूद मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू के तीखे तेवर कम नहीं हुए थे. मुइज्जू ने चीन के राजकीय दौरे के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से अपने यहां ज्यादा से ज्यादा चीनी टूरिस्ट भेजने की अपील की थी. 

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