डीएनए हिंदी : यूक्रेन पर रूस के हमले के बीच वहां फैली अफरा तफरी में वहां रह रहे कई हज़ार भारतीय मूल के नागरिक भी परेशान हैं. उन भारतीयों के देश में रह रहे परिजनों के बीच चिंता का आलम है. लोग लगातार अपने परिजनों से सम्पर्क करना चाहते हैं और उनका हाल लेना चाहते हैं. वहां से कई तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. यूक्रेन में रह रहे केरल के एक डॉक्टर ने बताया कि बमबारी से बचने के लिए लोगों को सुरक्षित पनाह लेने का कहा गया था. लोग स्तब्ध हैं और उनसे अपने लिए सुरक्षित आसरा ढूंढ़ने को कहा गया था. भारतीय मूल के उक्त डॉक्टर अब कीव से बाहर चले गए हैं. यूक्रेन(Ukraine) में मलयाली एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. अंजार ने मीडिया से फ़ोन पर बात करते हुए बताया कि यूक्रेन सरकार ने अब सभी लोगों से लोग बम शटर जाने के लिए कहा है. यानी बमबारी से बचने के लिए सुरक्षित जगह पर पनाह लेने की बात की है.
अंजार ने आगे बताया कि, "ये बम शटर हवाई हमलों के लिए सुरक्षित स्थान हैं. यहां स्थिति यह है कि सड़कों पर काफी ट्रैफिक है, क्योंकि लोग सुरक्षित स्थानों पर जाने की कोशिश कर रहे हैं. पेट्रोल स्टेशनों को अब बंद कर दिया गया है क्योंकि इन्हें निशाना बनाया जा रहा है और बमबारी की जा रही है. हवाई अड्डे भी टारगेट पर हैं."
अंजार ने कहा, "मैं कुछ दिन पहले तक कीव में था, लेकिन जब मामला तनावपूर्ण हो गया, तो कुछ केरलवासी कीव से बाहर चले गए."
यूक्रेन में रह रहे एक अन्य भारतीय चिकित्सा पेशेवर शैलेश प्रसाद ने बताया कि वह अपने अपार्टमेंट में रह रहे हैं. प्रसाद ने लोगों से दहशत की स्थिति पैदा न करने का अनुरोध किया. उन्होंने कहा कि हम यहीं हैं और सुरक्षित हैं.
नॉन रेजिडेंशियल केरलाइट्स अफेयर्स के अनुसार 152 केरल वासी फिलहाल केरल में हैं. यह संख्या केवल उन लोगों की है जिन्होंने ख़ुद को नॉन रेजिडेंशियल केरलाइट्स अफेयर्स के साथ पंजीकृत करवाया हुआ है.
जब हवाई अड्डे जा रहे थे छात्र, उसी वक़्त हमले की ख़बर आई
यूक्रेन(Ukraine) में डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट नंदू के मुताबिक गुरुवार सुबह उनके कुछ दोस्त और सहपाठी भारत लौटने के लिए कीव हवाईअड्डे की ओर जा रहे थे, तभी बम हमले की खबर आई. नंदू ने उनसे ख़ुद को और अपने ज़रूरी कागजातों को सुरक्षित रखने की बात की है.
18000 से ऊपर भारतीय लोग हैं यूक्रेन में
यूक्रेन (Ukraine) में फिलहाल भारतीय मूल के 18000 छात्र एवं 2000 अन्य लोग हैं. भारत की सरकार निरन्तर भारतीय मूल के नागरिकों की सुरक्षा के लिए प्रयासरत है. हालांकि, एयरबेस के क्षतिग्रस्त होने से गुरूवार को यूक्रेन में रह रहे भारतीयों को लाने जा रहा विमान वापस लौट आया. प्राप्त सूचनाओं के अनुसार यूक्रेन के खारकिव और ओडेसा यूनिवर्सिटी में लगभग 213 भारतीय छात्र फंसे हुए हैं.