Influenza Symptoms: सितंबर से नवंबर तक, बच्चों में बढ़ जाता है इस बीमारी का खतरा, ऐसे करें बचाव 

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Sep 18, 2023, 06:22 PM IST

सितंबर से नवंबर तक, बच्चों में बढ़ जाता है इस बीमारी का खतरा, ऐसे करें बचाव

Influenza Symptoms: सितंबर से नवंबर के बीच बच्चों में इस गंभीर बीमारी के होने का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में ये लक्षण दिखें तो भूलकर भी इग्नोर न करें.

डीएनए हिंदी: Influenza Symptoms And Treatment - बच्चों को देखभाल की जरूरत सबसे ज्यादा होती है. क्योंकि खेलने या बाहर घूमने के दौरान वे बिना जाने समझे चीजों को हाथ लगाते हैं या फिर बाहर की उल्टी- सीधी चीज़ें खा लेते हैं, जिसके कारण बच्चे कई तरह की गंभीर बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं. बता दें कि सितंबर से नवंबर के बीच तापमान में गिरावट या गर्मी में उतार-चढ़ाव के कारण बच्चों में इंफ्लुएंजा का खतरा बढ़ जाता है, जिसे एक फ्लू के नाम से जाना जाता है और यह एक संक्रामक (Influenza Symptoms) बीमारी है. यह न केवल बच्चों को बल्की बड़ों को भी अपना शिकार बनाता है. इसलिए इस दौरान खास देखभाल की जरूरत होती है. बता दें कि मौसम में बदलाव के चलते होने वाली बीमारियों के लक्षण पहले तो सामान्य नजर आते हैं. लेकिन, वक्त के साथ कई बार ये गंभीर रूप ले लेते हैं और जानलेवा बन जाते हैं. आइए जानते हैं इसके बारे में...

इंफ्लुएंजा

मौसम में बदलाव के कारण इंफ्लुएंजा की शिकायत बेहद आम है. बता दें कि इसका वायरस हवाओं में तेजी से फैलता है और इसे संक्रमित कर देता है. साथ ही यह सांस की नली को प्रभावित करता है. इंफ्लुएंजा फैलने के पीछे अक्सर तापमान में गिरावट या गर्मी में उतार-चढ़ाव को जिम्मेदार ठहराया जाता है. बता दें कि सितंबर और नवंबर के बीच के महीनों को भारत में 'फ्लू सीज़न' कहा जाता है और इस मौसम में बच्चों को फ्लू से बचाने के लिए हरसंभव कोशिश करनी चाहिए. 

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क्या हैं इसके लक्षण

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक़ बच्चों में इंफ्लुएंजा के लक्षण कुछ इस तरह के होते हैं जैसे-  बुखार, ठंड लगना, खांसी, बहती या बंद नाक, गले में खराश, शरीर में दर्द, सिरदर्द, थकान और कभी-कभी उल्टी और पेट खराब होना आदि शामिल है.

जानिए कारण 

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक बच्चों में ये लक्षण भले ही मौसम परिवर्तन के कारण आए हों. उन्हें नज़रअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि ये फ्लू का संकेत हो सकते हैं और  मानसून और सर्दियों के दौरान तापमान में उतार-चढ़ाव होने पर फ्लू का वायरस तेजी से फैलता है.

बचाव का तरीका

-सबसे पहला काम कि बच्चों के इन्फ्लुएंजा की वैक्सीन जरूर लगवाएं, क्योंकि वो कब इस फ्लू के चपेट में आ जाएंगे आपको पता भी नहीं चलेगा.

-इसके अलावा बच्चों की साफ-सफाई का खास ध्यान रखें . क्योंकि गंदगी की वजह से भी यह फ्लू अटैक कर सकता है.

-इसके अलावा अगर आपको अपने बच्चे में इंफ्लुएंजा के लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो उन्हें भूल से भी स्कूल न भेजे और न ही बाहर खेलने के लिए भेजें. क्योंकि इससे स्थिति और भी खराब हो सकती है.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.) 

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