Iran Israel Row: इजरायल के साथ चल रहे तनाव के बीच ईरान ने यूएई के तटीय इलाके के करीब एक कंटेनर शिप को बंधक बना लिया है. ईरान की एलीट फोर्स रेवोल्यूशनरी गार्ड्स ने शनिवार को हैलीकॉप्टर के जरिये ‘MSC Aries’ जहाज पर उतरकर उसे अपने कब्जे में ले लिया. सूत्रों के मुताबिक जहाज पर 25 क्रू मेंबर मौजूद थे, जिनमें 17 भारतीय हैं. ईरान ने सीधेतौर पर इजरायल का नाम लिए बिना कहा, यह जहाज खाड़ी में यहूदी सत्ता से जुड़ा हुआ है. हालांकि जहाज के कंटेनरों पर पुर्तगाली झंडे लगे हुए हैं और इसका मालिकाना हक इटैलियन-स्विस कंपनी के पास है. भारतीय विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने भी ANI से इस घटना की पुष्टि की है. सूत्रों ने यह भी कहा है कि हम डिप्लोमैटिक चैनल के जरिये ईरानी अधिकारियों से दिल्ली और तेहरान दोनों जगह संपर्क में हैं ताकि भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. उधर, ईरान की इस हरकत पर इजरायल भड़क गया है. इजरायली सेना ने ईरान को ऐसी हरकत के परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है.
ईरानी नेवी के स्पेशल फोर्स ने सीज किया है जहाज
ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी IRNA के मुताबिक, कंटनेर शिप MCS Aries को होर्मुज जलसंधि (Strait of Hormuz) के करीब एक 'हैलीबोर्न ऑपरेशन' चलाकर सीज किया गया है. इसे नेवी स्पेशल फोर्सेज के सिपाह (गार्ड्स) ने सीज किया है. अब इसे ईरानी सीमा के अंदर लाया जा रहा है. ईरान ने कहा कि यह जहाज खाड़ी में यहूदी सत्ता (इजरायल) से जुड़ा हुआ है. जहाज की संचालक कंपनी इटली-स्विस ग्रुप MSC है, जिसने जहाज पर ईरानी कब्जे की पुष्टि की है. कंपनी ने एक बयान में कहा, हम दुख के साथ ये पुष्टि कर रहे हैं कि जॉडिएक मैरीटाइम से जुड़ी गोर्टल शिपिंग इंक के मालिकाना हक वाला और हमारे द्वारा किराये पर लिया गया एमएससी एरिस जहाज ईरानी अधिकारियों ने हेलीकॉप्टर के जरिये कब्जे में ले लिया है. कंपनी ने आगे कहा, जहाज पर 25 क्रू मेंबर हैं और हम संबंधित अधिकारियों के साथ अपने स्टाफ और जहाज की सुरक्षित वापसी के लिए नजदीकी संपर्क बनाए हुए हैं.
इजरायल और ईरान के बीच चरम पर है तनाव
ईरान ने यह कार्रवाई ऐसे समय की है, जब मिडिल ईस्ट में तनाव चरम पर है. इस तरह के अनुमान लगाए जा रहे हैं कि ईरान की तरफ से इजरायल पर हमला हो सकता है. ईरान दो सप्ताह पहले सीरिया के दमिश्क में अपने दूतावास के राजदूतों वाले हिस्से पर एयरस्ट्राइक से भड़का हुआ है. ईरान ने इस एयरस्ट्राइक का बदला लेने की कसम खाई है, जिसमें उसके दो सैन्य जनरलों समेत 7 लोगों की मौत हुई है.
इजरायली सेना ने दी चेतावनी
इजरायली सेना ने ईरानी कार्रवाई के बाद चेतावनी दी है कि इससे इलाके में टकराव और बढ़ेगा. इजरायली सेना के प्रवक्ता डेनियल हागारी ने कहा, ईरान को हालात और ज्यादा भड़काने का विकल्प चुनने का खामियाजा भुगतना होगा. उन्होंने कहा, ईरान दुनिया में आतंक का सबसे बड़ा स्पॉन्सर है. उसका आतंकी नेटवर्क केवल इजरायल, गाजा, लेबनाना और सीरीया के लोगों को नहीं डरा रहा है बल्कि ईरानी सत्ता यूक्रेन और उससे आगे तक लड़ाई भड़का रहे हैं. इजरायल हाई अलर्ट पर है. हमने ईरानी आक्रमण से इजरायल की सुरक्षा करने के लिए अपनी तैयारियों को बढ़ा दिया है. हमें जवाब देने के लिए भी तैयार हैं.
वैश्विक व्यापार पर पड़ेगा इस कार्रवाई का असर
ईरान के पुर्तगाली झंडे लगे इटैलियन-स्विस कंपनी के मालिकान हक वाले जहाज को बंधक बनाने का असर वैश्विक व्यापार पर भी होगा. ईरान ने यह कार्रवाई पर्शियन खाड़ी और अदन की खाड़ी को जोड़ने वाली होर्मुज जलसंधि के करीब की है, जिसे वैश्विक व्यापार के लिहाज से बेहद अहम और संवेदनशील व्यापार मार्ग माना जाता है. ऐसे में यहां ऐसी कार्रवाई के बाद यदि वैश्विक व्यापार के लिए नए रास्ते तलाशने की जरूरत पड़ी तो इसका बड़ा प्रभाव पड़ेगा.
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