डीएनए हिंदी: बांग्लादेश (Bangladesh) में एक बार फिर अल्पसंख्यकों के मंदिरों को निशाना बनाया जा रहा है. राजधानी ढाका में इस्कॉन (ISKCON) राधाकांत (Radhakanta) मंदिर में गुरुवार रात 200 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने तोड़फोड़ की. तोड़फोड़ में कई मूर्तियां क्षतिग्रस्त हो गई हैं.
द वॉयस ऑफ बांग्लादेशी हिंदू ने ट्विटर पर इस्कॉन राधाकांत मंदिर पर हुए हमले की तस्वीरें शेयर की हैं. हमले में मंदिर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त नजर आ रहे हैं. आक्रामक भीड़ ने मंदिर को बड़ा नुकसान पहुंचाया है. हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन (HAF) ने दावा किया है कि मंदिर पर 150 लोगों की भीड़ ने हमला किया था.
Russia Ukraine War: लड़ते-लड़ते शहीद हो गई यूक्रेन की महिला सैनिक, 12 बच्चों की है मां, लाश के इंतजार में परिवार
संगठन ने एक ट्वीट में कहा है कि बांग्लादेश में इस्कॉन मंदिर पर हमले में तीन लोग घायल हो गए हैं. हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन की आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित एक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक हाजी शफीउल्लाह के नेतृत्व में 150 उपद्रवियों ने हमला बोला. हमलावर 17 मार्च की रात 8 बजे ढाका के वारी थाना के पास जमा हुए. उपद्रवियों ने फिर 22 लालमोहन साहा स्ट्रीट के पास स्थित इस्कॉन मंदिर पर हमला किया.
पैसे लूटकर भागे उपद्रवी
संगठन ने कहा है कि उन्होंने मंदिर में तोड़फोड़ की, मूर्ति, और पैसे और दूसरी चीजों को लूट ले गए. इस हमले के दौरान कम से कम 3 हिंदू भक्त घायल हो गए. इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने ढाका में राधाकांत मंदिर पर हुए हमले पर कहा, 'ऐसे हमले गंभीर चिंता का विषय हैं. हम बांग्लादेश सरकार से सख्त कार्रवाई करने की मांग करते हैं. बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों को सुरक्षा मुहैया कराई जाए.'
Russia Ukraine War: हत्यारे तानाशाह हैं Vladimir Putin, क्यों बोले जो बाइडेन?
बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों को बनाया जा रहा है निशाना
इस्कॉन मंदिर पर नवीनतम हमला बांग्लादेश में अल्पसंख्यक धार्मिक स्थलों पर पिछले अक्टूबर में हुए हमलों की एक श्रृंखला के कुछ महीनों बाद हुआ है. बांग्लादेश के नोआखली शहर में एक इस्कॉन मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी और 16 अक्टूबर को भीड़ ने एक भक्त की हत्या कर दी गई थी. इससे पहले, पिछले साल 13 अक्टूबर को कमिला में एक पूजा मंडप में कुरान के अपमान के आरोपों के बाद बांग्लादेश में सांप्रदायिक तनाव बढ़ गया था, जिससे देश भर के कई जिलों में हिंसा भड़क गई थी.
हमसे जुड़ने के लिए हमारे फेसबुक पेज पर आएं और डीएनए हिंदी को ट्विटर पर फॉलो करें.