'मैंने नर्क देख लिया' दादी मां ने बताई हमास की कैद की पूरी दास्तां, हर इजरायली के अपहरण पर आतंकियों को मिला ये इनाम

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Oct 24, 2023, 05:54 PM IST

Hamas की कैद से छूटने के बाद अपने परिजनों से मिलतीं योशेव्ड लिफ्सित्ज.

Israel Hamas War Updates: हमास ने अपनी कैद से दो इजरायली रिहा किए हैं. इनमें 85 साल की योशेव्ड लिफ्सित्ज भी हैं. उन्होंने बताया है कि किस तरह हमास के आतंकी उन लोगों को मोटरसाइकिल पर ही अपहरण करके ले गए थे.

डीएनए हिंदी: Israel Hamas Conflict Updates- इजरायल और हमास के बीच गाजा पट्टी में भयानक जंग चल रही है. फिलिस्तीनी आतंकी समूह हमास ने अपनी कैद में मौजूद 50 इजरायली नागरिकों को रिहा करने के बदले एक शर्त रखी. साथ ही दो इजरायली नागरिकों को रिहा भी कर दिया, जिनमें से एक 85 साल की दादी मां योशेव्ड लिफ्सित्ज और दूसरी नुरित कूपर हैं. योशेव्ड ने मंगलवार को तेल अबीब के एक अस्पताल में हमास की कैद में रहने का भयानक अनुभव मीडिया के साथ साझा किया है. उन्होंने हमास की कैद में रहने के अनुभव को जिंदा रहते हुए नर्क देखने जैसा बताया है. इसके अलावा भी उन्होंने हमास की कैद में इजरायली नागरिकों की हालत के बारे में बहुत सारी जानकारी दी है. उधर, इजरायल ने हमास के आतंकियों की एक वीडियो जारी की है, जिसमें आतंकी बता रहे हैं कि उन्हें इजरायली नागरिकों को अगवा करने के बदले हमास ने क्या-क्या देने का वादा किया था.

मोटरसाइकिल पर ही अपहरण कर ले गए थे आतंकी

योशेव्ड 7 अक्टूबर को हमास आतंकियों के हमले के समय गाजा सीमा के करीब अपने किबुत्ज में थीं. उन्होंने बताया कि गाजा से हमास के आतंकी मोटरसाइकिलों पर सुरंग के रास्ते सीमा पार करके घुसे और मेरा अपहरण कर लिया. अपहरण करने से पहले आतंकियों ने डंडों से मेरी बुरी तरह पिटाई की. इसके बाद मोटरसाइकिल पर ही लादकर वापस सुरंग के रास्ते गाजा ले गए.  

पति अब भी हमास की कैद में

योशेव्ड और नुरित कूपर को भले ही हमास ने रिलीज कर दिया हो, लेकिन उन दोनों के पतियों का भी आतंकियों ने अपहरण किया था. योशेव्ड ने बताया कि दोनों के पति अब भी हमास की कैद में हैं. उन्होंने बताया कि हमास की कैद में 200 से भी ज्यादा इजरायली नागरिक हैं. उन्होंने गाजा की धरती के नीचे हमास की तरफ से बिछाए गए सुरंगों के जाल के बारे में भी बताया. उन्होंने इसे मकड़ी के जाले जैसा बताते हुए कहा कि उन लोगों को इन सुरंगों में ही बंधक बनाकर रखा गया था.

चटाई बिछाकर फर्श पर लेटना पड़ता था

योशेव्ड ने बताया कि सुरंगों के अंदर साफ-सफाई थी, लेकिन उन लोगों को बैठने और लेटने के लिए महज चटाई दी गई थी. खाने के लिए उन्हें सफेद चीज और खीरे दिए जाते थे. उन्होंने बताया कि सुरंग के अंदर तैनात गार्डों ने उनमें से हर एक की विस्तृत जानकारी नोट की थी. उन्होंने बताया कि सुरंग में तैनात पहरेदार कहते थे कि वे कुरान को मानने वाले हैं और उन लोगों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाएंगे. हम लोगों की जांच करने के लिए नियमित रूप से डॉक्टर भी आता था. उन्होंने कहा, हमास ने हमारा बेहद ध्यान रखा, लेकिन फिर भी वहां दो सप्ताह बिताना नर्क जैसा अनुभव था, जिसे मैं दोबारा याद भी नहीं करना चाहूंगी.

अपहरण के लिए 10 हजार डॉलर देने का लालच

इजरायल सिक्योरिटीज अथॉरिटी (ISA) ने एक वीडियो जारी किया है. इस वीडियो में हमास आतंकी 7 अक्टूबर को इजरायली नागरिकों के अपहरण के बारे में बताते हुए दिख रहे हैं. सोमवार को जारी किए गए वीडियो में मौजूद आतंकी 7 अक्टूबर के घातक हमले में शामिल होने की बात स्वीकार कर रहे हैं. एक आतंकी दावा कर रहा है कि इजरायल में हमले के बाद वहां के नागरिकों का अपहरण कर गाजा लाने के बदले में हमास ने 10,000 अमेरिकी डॉलर का स्टाईपेंड और एक अपार्टमेंट देने का वादा किया गया था. उस आतंकी ने आगे बताया कि हमें ज्यादा से ज्यादा संख्या में बुजुर्ग औरतों और बच्चों का अपहरण करके लाने के लिए कहा गया था. 

आतंकियों ने बताया किस तरह दिखाई गई बर्बरता

वीडियो में आतंकियों ने हमले वाले दिन दिखाई बर्बरता भी बयान की है. एक आतंकी ने कहा, एक महिला का कुत्ता हम पर झपटा तो मैंने उसे गोली मार दी. उस महिला की लाश फर्श पर पड़ी थी. मैंने उसे भी गोली मार दी तो मेरा कमांडर चिल्लाया और कहा कि मैं अपनी गोलियां बरबाद कर रहा हूं. दूसरे आतंकी ने भी दो घरों में आग लगाने की बात मानी. उसने कहा, हम जो करने आए थे, वो खत्म किया और उसके बाद मैंने दो घरों में आग लगा दी. वीडियो में आतंकियों ने अन्य भी बहुत सारी बातें बताई हुई हैं.

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