कौन है आतंकी संगठन हमास का मुखिया मोहम्मद दाइफ, इजरायल पर हमले का मास्टरमाइंड

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Oct 11, 2023, 11:53 AM IST

इजराइल और हमास में छिड़ी है जंग.

मोहम्मद दाइफ इजराइल पर हुए हमले का मास्टरमाइंड है. मोसाद को खबर तक नहीं लगी और पूरा इजराइल तबाह हो गया. जानिए कौन है ये शख्स, जिसने लिखी इजराइल की तबाही.

डीएनए हिंदी: इजराइल को तबाह करने वाले हमास ने ऐसा काम किया है जिसे सुनकर किसी को यकीन नहीं हो रहा है. दुनिया की सबसे मजबूत खुफिया एजेंसी मोसाद तक को खबर तक नहीं लगी लेकिन इजराइल तबाह हो गया. हमास ने एक दो नहीं, एक साथ 5,000 रॉकेट इजराइल पर दागे. यही नहीं, गजा पट्टी को क्रॉस करके हमास के आतंकवादी इजराइल में भी घुस गए. अचानक हुए इस हमले में 1,000 लोग मारे गए हैं, वहीं सैकड़ों लोग घायल हो गए हैं. 100 से ज्यादा इमारतें तबाह हो गई हैं. खुद इजराइल के लिए यह किसी सदमे से कम नहीं है. उसकी खुफिया एजेंसियां बुरी तरह हमले के बारे में कोई भी इनपुट देने में फेल रही हैं. इजराइल को धता बताकर हमला करने वाले हमास का मास्टर माइंड के बारे में लोग बेहद कम जानते हैं. 

यह मास्टरमाइंड है मोहम्मद दाइफ. हमास को फिर से जिंदा करने वाला यह शख्स, इजराइल की आंखों में अब किरकिरी बना है. यह फिलिस्तीन के लिए सबसे बड़ा क्रांतिकारी है. मोहम्मद दाइफ ने हमास के लिए गजा पट्टी में एक से बढ़कर एक सुरंगे बनवाई हैं, जिसमें उसके आतंकी छिपे हुए हैं. रॉकेट से लेकर एंटी ड्रोन सिस्टम तक, हमास के पास वह सब कुछ है, जो इजराइल के पास है. इस्लामिक देशों को अपने नाम पर इकट्ठा करने वाला यह शख्स, फिलिस्तीन का जनप्रिय नेता होता जा रहा है. मोहम्मद दाइफ ने ऑपरेशन अल अक्सा लॉन्च किया है. मकसद है जेरुसलम की अल अक्सा मस्जिद की आजादी. आइए जानते हैं इस कुख्यात आतंकी के बारे में.

कौन है मोहम्मद दाइफ?
साल 1948. अरब और इजराइल के बीच युद्ध छिड़ा था. खान यूनिस शरणार्थी शिविर में बड़ी संख्या में विस्थापितों को जगह दी गई थी. साल 1965 में मोहम्मद मसरी नाम का एक बच्चा पैदा हुआ. वह धीरे-धीरे आतंकवाद की ओर बढ़ने लगा. साल 1987 में जब इंतिफादा जिसे फिलिस्तीन विद्रोह के नाम से जाना जाता है की शुरुआत हुई तो यही मोहम्मद मसरी की पहचान बदल गई. इसका नाम मोहम्मद दाइफ हो गया. यह इसी दौरान, हमास में शामिल हुआ था. 

इसे भी पढ़ें- Gaza Tunnels Secret: गाजा की वो सीक्रेट सुरंगें, जिनके पीछे पड़ गया है इजरायल

मोहम्मद दाइफ को साल 1989 में इजराइल ने गिरफ्तार कर लिया था. 16 महीने यह इजराइली खुफिया एजेंसियों की हिरासत में रहा. मोहम्मद दाइफ ने गजा में इस्लामिक यूनिवर्सिटी से साइंस में ग्रेजुएशन किया. उसने भौतिकी, रसायन और जीव विज्ञान की पढ़ाई भी की. आर्ट की ओर उसका झुकाव था. उसने विश्वविद्यालय की मनोरंजन समिति का नेतृत्व किया. उसने कई कॉमेडी मंचों पर प्रस्तुति दी. 

साल 1948 से लेकर 67 तक, गजा पट्टी पर मिस्र का नियंत्रण था. साल 1967 से लेकर 2005 तक, इस पर इजराइली सरकार ने अपना कब्जा जमाया. साल 2005 से लेकर 2007 तक के बीच, गजा पर फिर फिलिस्तीन अथॉरिटी ने कब्जा जमा लिया. साल 2007 में तख्तापलट के बाद हमास ने इस इलाके में अपना अधिकार कर लिया. मोहम्मद दाइफ, हर इवेंट के दौरान मौजूद रहा.

यह भी पढ़ें- इजरायल हमास की जंग में भारत को मिलेगा सस्ता तेल? जानिए क्या है अपडेट

मोहम्मद दाइफ के बारे में दुनिया कुछ भी नहीं जानती है. उसकी सिर्फ तीन तस्वीरें हैं, वह भी 20 का उम्र के आसपास. एक नकाबपोश शख्स की तस्वीर है और एक सिर्फ परछाईं. जब ऑडियो टेप प्रसारित की जाती है तो उसकी उसी तस्वीर को आगे किया जाता है.  

कैसे बना था हमास?
हमास की स्थापना 1980 के दशक के अंत में वेस्ट बैंक और गजा पट्टी पर इजरायल के कब्जे के खिलाफ पहले फिलिस्तीनी विद्रोह की शुरुआत के बाद हुई थी. दोनों क्षेत्रों पर इजरायली कब्जा 1967 के इजरायली-अरब युद्ध के दौरान हुआ.

कहा जाता है कि मोहम्मद दाइफ ने 'इंजीनियर' नाम से फेमस याह्या अय्याश के साथ काम शुरू किया था. साल 1996 में इजरायल ने उसकी हत्या विस्फोटकों से भरे मोबाइल फोन से कर दी थी. मोहम्मद दाइफ हमास के लिए काम करता रहा और सैन्य शाखा क़सम ब्रिगेड में शामिल हो गया. वह साल 2002 से ही इसका नेतृत्व कर रहा है. 

कहां रहता है मोहम्मद दाइफ?
मोहम्मद दाइफ कहां रहता है यह कोई नहीं जानता है. ऐसी अटकलें लगाई जाती हैं कि वह गजा पट्टी के सुरंगों में किसी सुरक्षित ठिकाने में छिपा हुआ है. वहीं से वह हमले की योजना तैयार करता है. इजरायली खूफिया एजेंसियों की मानें तो हमले का मास्टरमाइंड मोहम्मद दाइफ ही है. वह दशकों से इजराइल के लिए मोस्ट वॉन्टेड आतंकी है. 

अमेरिकी विदेश विभाग ने उसे आतंकवादी घोषित कर दिया है. इजराइल ने 2014 में कहा था कि उसने मोहम्मद दाइफ को खत्म करने की कोशिश की थी. हमले में उसकी पत्नी, तीन साल की बेटी और सात महीने का बेटा मारा गया था लेकिन वह बच निकला.

हमास आर्मी का चीफ होने के बाद भी जिंदा बचे रहने की वजह से फिलिस्तीन के लोग उसे लोक नायक मानते हैं. वीडियो में वह नकाबपोश होता है या फिर सिर्फ उसकी परछाईं नजर आती है. उसके पास न तो कोई स्मार्टफोन है, न ही अत्याधुनिक सिस्टम, जिससे वह दुनिया से कनेक्टेड रहे. इतना प्राइवेट रहकर भी उसने इजराइल को तबाह कर दिया है. इजराइल की उसकी मौजूदगी खटक रही है और वह अजेय बना आजाद कहीं तबाही देख रहा है.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.